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दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की सेल हुई आधी, पेट्रोल पंप मालिकों की बढ़ीं मुश्किल - पेट्रोल पंप मालिकों को हो रहा नुकसान

दिल्ली सरकार द्वारा राजधानी में पेट्रोल-डीजल पर से वैट की दरें कम नहीं किए जाने के चलते अब बड़ी संख्या में दिल्ली के लोग बाहर के राज्य में स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल भरवा रहे हैं. जिसका सीधा नुकसान राजधानी दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिकों को हो रहा है. इन दिनों दिल्ली के अंदर पेट्रोल-डीजल की सेल पहले के मुकाबले आधी रह गई है. जो पेट्रोल पंप मालिकों की परेशानी की एक बड़ी वजह है.

petrol pump owners
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Published : Nov 12, 2021, 3:23 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर से वैट की दरें कम नहीं करने के चलते राजधानी के लोग अब बड़ी संख्या में बाहर के राज्य में स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल भरवा रहे हैं. जिससे दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिकों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. इन दिनों दिल्ली के अंदर पेट्रोल-डीजल की सेल पहले के मुकाबले आधी रह गई है.

दरअसल दिल्ली के बाहर के राज्यों में पेट्रोल पांच से नौ रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है. जिसके चलते लोग बड़ी संख्या में दिल्ली के बाहर से पेट्रोल भरवा रहे हैं. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल पड़ोसी राज्यों के मुकाबले पांच रुपये और नौ रुपये महंगा मिल रहा है जबकि डीजल भी दो रुपये तक महंगा है.

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पूरे देश समेत राजधानी दिल्ली में पेट्रोल डीजल की बड़ी हुई कीमतों की वजह से लोगों के सर का दर्द न सिर्फ कई गुना बड़ गया है, बल्कि महंगाई भी आसमान छू रही है. साथ ही साथ लोगों की जेब पर भी पेट्रोल डीजल के दामो की वजह से काफी ज्यादा भार पड़ रहा है. इस बीच केंद्र सरकार के द्वारा हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में कमी की गई थी. जिसके बाद पेट्रोल पांच लीटर तक सस्ता हो गया है. जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है. केंद्र सरकार के द्वारा वैट की दरें कम किए जाने के बाद बीजेपी शासित अलग-अलग राज्यों की सरकारों ने भी अपने वैट की दरों में कटौती की है. जिसके चलते उन सभी राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बीते दिनों कम हुई है और लोगों को राहत मिली है. लेकिन दिल्ली के लोगों को अभी तक पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दाम ही देने पड़ रहे हैं. क्योंकि राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार के द्वारा वैट कम किया गया है, लेकिन दिल्ली सरकार के द्वारा अभी तक टैक्स की दरों में कोई कमी नहीं की गई है. जिसकी वजह से दिल्ली वालों को बाकी राज्यों में रह रहे लोगों के मुकाबले पेट्रोल डीजल की अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है.

ये भी पढ़ें:राकेश टिकैत ने कंगना के बयान को बताया शहीदों का अपमान, कहा- पढ़ लेना चाहिए इतिहास

हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोल-डीजल के दाम में लगने वाले वैट में कटौती करके लोगों को राहत दी है. लेकिन दिल्ली सरकार के द्वारा किसी भी तरह से वैट में कोई कटौती नहीं की गई है. जिसको लेकर दिल्ली सरकार के ऊपर कई सवाल भी उठ रहे. इस बीच राजधानी दिल्ली में पैट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग नारायण का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि पेट्रोल-डीजल के रेट दिल्ली के आसपास के राज्यों में कम हो गए हैं. क्योंकि वहां केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों के द्वारा भी टैक्स की दरों में कमी की है. इसके विपरीत दिल्ली सरकार ने अभी तक वेट की दरों में कोई कमी नहीं की गई है और पेट्रोल-डीज़ल बाकी राज्यों के मुकाबले दिल्ली में महंगा है. जिसके चलते हमारी सेल आधी हो गई है. राजधानी दिल्ली एक बहुत छोटा सा क्षेत्र है और लोग आसानी से नोएडा, गाजियाबाद, वैशाली, गुड़गांव जाकर तेल भरवा रहे हैं. जिसकी वजह से हमारी सेल ना सिर्फ आधी रह गई है बल्कि बुरे तरीके से प्रभावित भी हो रही है.

ये भी पढ़ें:दिल्ली पुलिस ने सुलझाया रेसलर निशा दहिया हत्या मामला, गिरफ्त में दो आरोपी

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कनॉट प्लेस में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप मैनेजर अमित कुमार ने बताया कि दिल्ली सरकार के द्वारा पेट्रोल और डीजल पर टैक्स न हटाए जाने के चलते इन दिनों पेट्रोल और डीजल की सेल काफी ज्यादा प्रभावित हुई है और पहले के मुकाबले आधी से भी कम रह गई है. पहले जहां प्रतिदिन औसतन 3000 लीटर पेट्रोल और लगभग चार हजार से पांच हजार लीटर डीजल की सेल होती थी. वहीं अब यह बिक्री घटकर पेट्रोल में 1500 से 2000 लीटर और पेट्रोल में लगभग 1500 लीटर ही रह गई है. जो भी व्यक्ति पेट्रोल भरवाने आ रहे हैं. वह सिर्फ इतना पेट्रोल भरवा ते हैं कि नोएडा वैशाली गुड़गांव या गाजियाबाद आसानी से पहुंच सके और वहां से गाड़ी का पेट्रोल टैंक फुल करवा सके. दिल्ली के मुकाबले गाजियाबाद वैशाली नोएडा और गुड़गांव में पेट्रोल पांच से लेकर नौ रुपये सस्ता मिल रहा है. ऐसे में लोग दिल्ली के बाहर से पेट्रोल भरवाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. क्योंकि लोगों को पेट्रोल सस्ता पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ सेल कम होने की वजह से पेट्रोल पंप मालिकों को काफी बड़ी संख्या में नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.




बहराल इतना तो साफ है कि दिल्लीवासी इन दिनों राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल भरवाने की बजाय गाजियाबाद, वैशाली, नोएडा, गुड़गांव और दिल्ली के बाहर अन्य राज्यों में स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल बड़ी संख्या में भरवा रहे हैं. क्योंकि उन सभी जगह पर पेट्रोल दिल्ली के मुकाबले पांच से लेकर सात रुपये तक सस्ता है. जबकि इसका सीधा नुकसान पेट्रोल पंप मालिक और दिल्ली सरकार को हो रहा है.

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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर से वैट की दरें कम नहीं करने के चलते राजधानी के लोग अब बड़ी संख्या में बाहर के राज्य में स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल भरवा रहे हैं. जिससे दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिकों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. इन दिनों दिल्ली के अंदर पेट्रोल-डीजल की सेल पहले के मुकाबले आधी रह गई है.

दरअसल दिल्ली के बाहर के राज्यों में पेट्रोल पांच से नौ रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है. जिसके चलते लोग बड़ी संख्या में दिल्ली के बाहर से पेट्रोल भरवा रहे हैं. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल पड़ोसी राज्यों के मुकाबले पांच रुपये और नौ रुपये महंगा मिल रहा है जबकि डीजल भी दो रुपये तक महंगा है.

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पूरे देश समेत राजधानी दिल्ली में पेट्रोल डीजल की बड़ी हुई कीमतों की वजह से लोगों के सर का दर्द न सिर्फ कई गुना बड़ गया है, बल्कि महंगाई भी आसमान छू रही है. साथ ही साथ लोगों की जेब पर भी पेट्रोल डीजल के दामो की वजह से काफी ज्यादा भार पड़ रहा है. इस बीच केंद्र सरकार के द्वारा हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में कमी की गई थी. जिसके बाद पेट्रोल पांच लीटर तक सस्ता हो गया है. जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है. केंद्र सरकार के द्वारा वैट की दरें कम किए जाने के बाद बीजेपी शासित अलग-अलग राज्यों की सरकारों ने भी अपने वैट की दरों में कटौती की है. जिसके चलते उन सभी राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बीते दिनों कम हुई है और लोगों को राहत मिली है. लेकिन दिल्ली के लोगों को अभी तक पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दाम ही देने पड़ रहे हैं. क्योंकि राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार के द्वारा वैट कम किया गया है, लेकिन दिल्ली सरकार के द्वारा अभी तक टैक्स की दरों में कोई कमी नहीं की गई है. जिसकी वजह से दिल्ली वालों को बाकी राज्यों में रह रहे लोगों के मुकाबले पेट्रोल डीजल की अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है.

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हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोल-डीजल के दाम में लगने वाले वैट में कटौती करके लोगों को राहत दी है. लेकिन दिल्ली सरकार के द्वारा किसी भी तरह से वैट में कोई कटौती नहीं की गई है. जिसको लेकर दिल्ली सरकार के ऊपर कई सवाल भी उठ रहे. इस बीच राजधानी दिल्ली में पैट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग नारायण का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि पेट्रोल-डीजल के रेट दिल्ली के आसपास के राज्यों में कम हो गए हैं. क्योंकि वहां केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों के द्वारा भी टैक्स की दरों में कमी की है. इसके विपरीत दिल्ली सरकार ने अभी तक वेट की दरों में कोई कमी नहीं की गई है और पेट्रोल-डीज़ल बाकी राज्यों के मुकाबले दिल्ली में महंगा है. जिसके चलते हमारी सेल आधी हो गई है. राजधानी दिल्ली एक बहुत छोटा सा क्षेत्र है और लोग आसानी से नोएडा, गाजियाबाद, वैशाली, गुड़गांव जाकर तेल भरवा रहे हैं. जिसकी वजह से हमारी सेल ना सिर्फ आधी रह गई है बल्कि बुरे तरीके से प्रभावित भी हो रही है.

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बहराल इतना तो साफ है कि दिल्लीवासी इन दिनों राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल भरवाने की बजाय गाजियाबाद, वैशाली, नोएडा, गुड़गांव और दिल्ली के बाहर अन्य राज्यों में स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल बड़ी संख्या में भरवा रहे हैं. क्योंकि उन सभी जगह पर पेट्रोल दिल्ली के मुकाबले पांच से लेकर सात रुपये तक सस्ता है. जबकि इसका सीधा नुकसान पेट्रोल पंप मालिक और दिल्ली सरकार को हो रहा है.

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