नई दिल्ली: शिक्षा निदेशालय ने निजी स्कूलों से जुड़ी समस्त जानकारियां अपने पोर्टल पर सार्वजनिक करनी शुरू कर दी है. वहीं इसको लेकर शिक्षा निदेशालय का कहना है कि अभिभावकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ये पहल की गई है. वहीं दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि स्कूलों कि सभी जानकारियों के साथ-साथ शिक्षा निदेशालय की ओर से मंजूर फीस स्ट्रक्चर और अकाउंट का ब्यौरा भी अपलोड किया जाना चाहिए. जिससे स्कूल मनमाने तरीके से अभिभावकों से फीस वसूली ना कर सके.
बता दें कि शिक्षा निदेशालय ने सभी निजी स्कूलों की जानकारी अपने पोर्टल पर मुहैया करानी शुरू कर दी है. वहीं इसको लेकर दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि पेरेंट्स एसोसिएशन लंबे समय से शिक्षा विभाग से ये मांग कर रहा है कि निजी स्कूलों की जानकारियां सार्वजनिक की जाए. उन्होंने कहा कि अभी तक शिक्षा निदेशालय ने केवल बेसिक जानकारियां ही दी है. जरूरी है कि शिक्षा निदेशालय की ओर से पारित किए गए फीस स्ट्रक्चर और अकाउंट को भी अपलोड किया जाए. साथ ही ये भी बताया जाए कि कौन से स्कूल सरकारी जमीन पर बने हैं. क्योंकि, इसी आधार पर मैनेजमेंट कोटा सहित फीस की शर्तें जुड़ी होती हैं.
मनमाने तरीके से फीस वसूल रहे हैं कई निजी स्कूल
वहीं अपराजिता गौतम ने कहा कि कोविड-19 माहामारी के दौरान शिक्षा निदेशालय के सख्त आदेश थे कि किसी अभिभावक से जबरन फीस ना वसूली जाए और केवल ट्यूशन फीस ही ली जाए. वो भी हर महीने के हिसाब से एक साथ 3 महीने की नहीं. साथ ही फीस के अभाव में किसी बच्चे की पढ़ाई रुकनी नहीं चाहिए. बाबत इसके कई निजी स्कूल अभिभावकों पर पूरी फीस एक साथ या ज्यादा फीस देने का दबाव बना रहे हैं. ऐसे में पोर्टल पर जानकारी उपलब्ध होने से अभिभावकों को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा.
ज्यादा फीस वसूलने वाले स्कूलों पर होगी कार्रवाई
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निजी स्कूलों की ओर से मनमाने तरीके से ज्यादा फीस वसूलने की शिकायत शिक्षा निदेशालय के पास भी आई है. जिसको लेकर शिक्षा निदेशालय इन सभी स्कूलों की सूची तैयार कर उनपर कार्रवाई करने की दिशा में काम कर रहा है.
बता दें कि शिक्षा निदेशालय का कहना है कि निजी स्कूलों के कई महत्वपूर्ण लोगों के नंबर साझा कर दिए गए हैं. जबकि अन्य जानकारियां भी जल्द ही पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएंगी.