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रट्टा नहीं, समझ से देने होंगे परीक्षा में जवाब, CBSE ने लॉन्च किया लर्निंग मैनुअल

सीबीएसई ने छात्रों में सीखने की आदत को बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है. जिसके जरिए छात्रों को अपने अनुभव और अपनी सोच के आधार पर सवालों के जवाब देने होंगे, इसके लिए 20 मैनुअल्स तैयार किए गए हैं.

CBSE ने लॉन्च किए 20 एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग मैनुअल
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Published : Oct 3, 2019, 1:32 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों में रचनात्मक और क्रियात्मक गुण बढ़ाने के लिए एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग पर जोर दिया है. इसके लिए 20 मैनुअल लांच किए गए हैं. अलग-अलग विषयों जैसे विज्ञान, गणित, आईटी इन सभी पर ये मैनुअल बनाए गए हैं. इनकी मदद से बच्चे रट्टा मार कर नहीं बल्कि अनुभव के आधार पर और दिए गए क्रियाकलापों के जरिए विभिन्न विषयों को सीखेंगे.

अनुराग त्रिपाठी, CBSE सचिव से खास बातचीत

Epriencial year 2019-2020

सीबीएसई ने छात्रों में सीखने की वास्तविक प्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है. इसको लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई ने सत्र 2019- 20 को एक्सपीरियंशियल ईयर घोषित किया है यानी अनुभव परक शिक्षा.

अनुभव के आधार पर होगी पढ़ाई
उन्होंने कहा कि सीबीएसई के संज्ञान में ये बात सामने आई कि सिर्फ रट्टा मारकर पास होना बच्चे के भविष्य को कभी भी उज्जवल नहीं बना सकता और ऐसी पढ़ाई से जो भविष्य निर्माण हो रहा है वो कहीं से भी देश की तरक्की में योगदान नहीं दे सकता. इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए विभिन्न विषयों में ऐसे मैनुअल तैयार किए गए हैं जिसमें अनुभव के आधार पर बच्चों को शिक्षा दी जाएगी. केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी यह बहुत महत्वपूर्ण रहेंगे.

अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सही मायने में शिक्षा वही होती है जिसमें बच्चे खुद को उस पाठ्यक्रम का हिस्सा समझ सके, सभी क्रियाकलाप कर सकें, उससे कुछ अनुभव प्राप्त कर सकें और अनुभव के आधार पर कुछ सीख सकें. इसलिए इस सत्र में CBSE ने लगभग 20 ऐसे मैनुअल लांच किए हैं जिसमें बच्चे अपने अनुभव के आधार पर सीखेंगे.

CBSE ने शिक्षकों-अभिभावकों को दिशा-निर्देश दिए
सीबीएसई ने सभी शिक्षकों और अभिभावकों को यह दिशा निर्देश दिए हैं कि वह इन सभी मैनुअल का अच्छे से अध्ययन करें और इसे बच्चों की पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के मैनुअल से पढ़ने पर बच्चे एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग सीख सकेंगे. साथ ही उनमें शोध करने की और रचनात्मक प्रवृत्ति भी विकसित होगी. इस तरह के छात्र जिस भी क्षेत्र में जाएंगे वहां एक नया आयाम स्थापित कर सकेंगे.
वहीं सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने ये भी बताया कि एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों में भी छात्रों के लिए ऐसे रचनात्मक प्रश्न भी दिए जाएंगे जिसका जवाब छात्रों को सोच समझ कर देना होगा.

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों में रचनात्मक और क्रियात्मक गुण बढ़ाने के लिए एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग पर जोर दिया है. इसके लिए 20 मैनुअल लांच किए गए हैं. अलग-अलग विषयों जैसे विज्ञान, गणित, आईटी इन सभी पर ये मैनुअल बनाए गए हैं. इनकी मदद से बच्चे रट्टा मार कर नहीं बल्कि अनुभव के आधार पर और दिए गए क्रियाकलापों के जरिए विभिन्न विषयों को सीखेंगे.

अनुराग त्रिपाठी, CBSE सचिव से खास बातचीत

Epriencial year 2019-2020

सीबीएसई ने छात्रों में सीखने की वास्तविक प्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है. इसको लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई ने सत्र 2019- 20 को एक्सपीरियंशियल ईयर घोषित किया है यानी अनुभव परक शिक्षा.

अनुभव के आधार पर होगी पढ़ाई
उन्होंने कहा कि सीबीएसई के संज्ञान में ये बात सामने आई कि सिर्फ रट्टा मारकर पास होना बच्चे के भविष्य को कभी भी उज्जवल नहीं बना सकता और ऐसी पढ़ाई से जो भविष्य निर्माण हो रहा है वो कहीं से भी देश की तरक्की में योगदान नहीं दे सकता. इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए विभिन्न विषयों में ऐसे मैनुअल तैयार किए गए हैं जिसमें अनुभव के आधार पर बच्चों को शिक्षा दी जाएगी. केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी यह बहुत महत्वपूर्ण रहेंगे.

अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सही मायने में शिक्षा वही होती है जिसमें बच्चे खुद को उस पाठ्यक्रम का हिस्सा समझ सके, सभी क्रियाकलाप कर सकें, उससे कुछ अनुभव प्राप्त कर सकें और अनुभव के आधार पर कुछ सीख सकें. इसलिए इस सत्र में CBSE ने लगभग 20 ऐसे मैनुअल लांच किए हैं जिसमें बच्चे अपने अनुभव के आधार पर सीखेंगे.

CBSE ने शिक्षकों-अभिभावकों को दिशा-निर्देश दिए
सीबीएसई ने सभी शिक्षकों और अभिभावकों को यह दिशा निर्देश दिए हैं कि वह इन सभी मैनुअल का अच्छे से अध्ययन करें और इसे बच्चों की पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के मैनुअल से पढ़ने पर बच्चे एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग सीख सकेंगे. साथ ही उनमें शोध करने की और रचनात्मक प्रवृत्ति भी विकसित होगी. इस तरह के छात्र जिस भी क्षेत्र में जाएंगे वहां एक नया आयाम स्थापित कर सकेंगे.
वहीं सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने ये भी बताया कि एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों में भी छात्रों के लिए ऐसे रचनात्मक प्रश्न भी दिए जाएंगे जिसका जवाब छात्रों को सोच समझ कर देना होगा.

Intro:नई दिल्ली ।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों में रचनात्मक और क्रियात्मक गुण बढ़ाने के लिए एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग पर जोर दिया है. इसको लेकर उन्होंने तकरीबन 20 मैनुअल लांच किए हैं. विभिन्न विषयों जैसे विज्ञान, गणित, आईटी आदि पर लांच हुए. यह मैनुअल इस तरह बनाए गए हैं जिसमें बच्चे रट्टा मार कर नहीं बल्कि अनुभव के आधार पर और दिए गए क्रियाकलापों के जरिए विभिन्न विषयों को सीखेंगे.


Body:सीबीएसई ने छात्रों में सीखने की वास्तविक प्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है. इसको लेकर सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई ने सत्र 2019- 20 को एक्सपीरियंशियल ईयर घोषित किया है यानी अनुभव परक शिक्षा. उन्होंने कहा कि सीबीएसई के संज्ञान में यह बात आई कि केवल रट्टा मारकर पास होना बच्चे के भविष्य को कभी भी उज्जवल नहीं बना सकता और इस तरह की पढ़ाई से जो भविष्य निर्माण कर रहे हैं वह कहीं से भी देश की तरक्की में योगदान नहीं दे सकता. इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए विभिन्न विषयों में ऐसे मैनुअल तैयार किए गए हैं जिसमें अनुभव के आधार पर बच्चों को शिक्षा दी जाएगी. केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी यह बहुत महत्वपूर्ण रहेंगे.

अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सही मायने में शिक्षा वही होती है जिसमें बच्चे खुद को उस पाठ्यक्रम का हिस्सा समझ सके, सभी क्रियाकलाप कर सकें, उससे कुछ अनुभव प्राप्त कर सकें और अनुभव के आधार पर कुछ सीख सकें. इसलिए इस सत्र सीबीएसई ने लगभग 20 ऐसे मैनुअल लांच किए हैं जिसमें बच्चे अपने अनुभव के आधार पर सीखेंगे. सीबीएसई ने सभी शिक्षकों और अभिभावकों को यह दिशा निर्देश दिए हैं कि वह इन सभी मैनुअल का अच्छे से अध्ययन करें और इसे बच्चों की पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के मैनुअल से पढ़ने पर बच्चे एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग सीख सकेंगे. साथ ही उनमें शोध करने की और रचनात्मक प्रवृत्ति भी विकसित होगी. इस तरह के छात्र जिस भी क्षेत्र में जाएंगे वह एक नया आयाम स्थापित कर सकेंगे.


Conclusion:वहीं सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों में भी छात्रों के लिए ऐसे रचनात्मक प्रश्न भी दिए जाएंगे जिसका जवाब छात्रों को सोच समझ कर देना होगा.
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