नई दिल्ली: सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में एंटी रेबीज वैक्सीन की आपातकालीन खरीद के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. लंबे समय से दिल्ली सरकार के जीटीबी, लोकनायक, डीडीयू जैसे अस्पतालों में कुत्ता काटने के मरीजों को एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहा था. जिससे काफी परेशानी हो रही थी. अब कुछ दिनों बाद रेबीज इंजेक्शन सहजता से उपलब्ध होगा.
बैठक में लिया गया फैसला
कैबिनेट में एक ही बोली के आधार पर एंटी रेबीज वैक्सीन की 80 हजार शीशियों की खरीद को मंजूरी दे दी है. पहले से ही खरीदे गए 40 हजार शीशियों के लिए पूर्व वास्तविक स्वीकृति प्रदान की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे पहले केंद्र सरकार के तहत आने वाले केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना के महानिदेशक की अध्यक्षता में निर्माण भवन में एक बैठक बुलाई गई थी. बैठक में स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न निर्णय लिए गए थे.
जिसके तहत सभी कमियों को दूर करने के लिए सभी संभव प्रयास करने का फैसला लिया गया. अगर जरूरी हो तो ये टीका सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और अन्य राज्य चिकित्सा सेवाओं से प्राप्त किया जा सकता है. इसके बाद बाजार से की कमी को दूर करने के लिए खरीदने संबंधी प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है.
297 करोड़ का बजट प्रस्तावित
पहले चरण में गंभीर स्थिति को देखते हुए वित्त विभाग ने एक विशेष स्रोत से 30 हजार शीशियों को खरीदने की मंजूरी दी है. चालू वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान विभिन्न रोगों में इस्तेमाल की जाने वाली 297 करोड़ रुपये के बजट को प्रस्तावित किया गया है. एंटी रेबीज वैक्सीन एक आवश्यक जीवन रक्षक वेक्सीन है जो डॉग रेबीज के संक्रमण को रोकने के लिए कुत्ते के काटने के मामलों में दी जाती है.
बता दें कि जिस एजेंसी से एंटी रेबीज इंजेक्शन थोक में खरीदे जाते थे उनसे सरकार ने अनुबंध खत्म कर दिया था. जो खुले बाजार में इंजेक्शन मौजूद थे उनकी गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाते रहे हैं. केंद्रीय खरीद एजेंसी खुली निविदा में एकल बोली भागीदार के तहत दिल्ली में इंजेक्शन की आपूर्ति करेगा.