नई दिल्ली: बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली (एयूडी) ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए दाखिलों की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस संबंध में सोमवार को दाखिलों और कॉम्पिटेंस एनहांसमेंट कोर्सों के ब्रोशर भी जारी किए गए. कुलपति प्रो. अनु सिंह लाठर ने बताया कि एयूडी में दाखिले सीयूईटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के आधार पर होंगे. अंबेडकर विश्वविद्यालय में 85% सीटें दिल्ली से 12वीं कक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों के लिए आरक्षित हैं.
उन्होंने बताया कि इस बार उम्मीदवारों को सीयूईटी में प्राथमिकता में बदलाव का विकल्प भी दिया गया है. जिन विद्यार्थियों ने पहले एयूडी का विकल्प अपनी प्राथमिकता में नहीं भरा है, वह उसमें बदलाव करके एयूडी का विकल्प भर सकते हैं.
एक अगस्त से शुरू होगा सत्रः प्रो. लाठर ने बताया कि एक अगस्त से नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने की योजना है. इस बार यूजी और पीजी में सीयूईटी के लिए एनटीए पर आवेदनों में आवेदकों ने टॉप 10 विश्वविद्यालयों में एयूडी को चौथे स्थान पर रखा है. यूजी के लिए 4,72,357 और पीजी के लिए 1,92,750 आवेदकों ने एयूडी को प्राथमिकता दी है.
उन्होंने कहा कि एयूडी के स्टेट यूनिवर्सिटी होने के बावजूद विद्यार्थियों ने प्राथमिकता विकल्प के मामले में इसे देश में चौथे नंबर पर रखा ये बड़ी बात है. इस शैक्षणिक सत्र में एयूडी स्नातक (यूजी) के 18 प्रोग्रामों और स्नातकोत्तर (पीजी) के 27 प्रोग्रामों सहित 125 पीएचडी के लिए भी दाखिले सीयूईटी के आधार पर कर रहा है. इस बार यूजी में 1123 और पीजी में 1399 सीटों पर दाखिले होने हैं. उन्होंने बताया कि बीबीए (आईईवी) के दाखिले टेस्ट के आधार पर होंगे.
कॉम्पिटेंस एनहांसमेंट कोर्सः कॉम्पिटेंस एनहांसमेंट कोर्सों के बारे में वीसी ने बताया कि 14 स्कूलों में 143 कोर्सों में यह व्यवस्था शुरू की गई है. इसके तहत उम्र की कोई सीमा नहीं है. कोई भी वर्किंग प्रोफेशनल अपनी रुचि के अनुसार इन कोर्सों को ज्वाइन कर सकता है.
पीएचडी में 100 नए एयूडी एमआरएफ की स्थापनाः विश्वविद्यालय में शोध संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पीएचडी में 100 नए एयूडी एमआरएफ की स्थापना की गई है. इसके तहत मेरिट होल्डर्स को प्रति माह यूजीसी जेआरएफ के बराबर भत्ता देने की व्यवस्था की गई है. एयूडी में जेआरएफ के अलावा भी बिना नेट/जेआरएफ के शोधार्थियों को भी 16 हजार रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता है, जो अन्य विश्वविद्यालयों से लगभग दोगुना है. कुलपति ने बताया कि इस तरह एयूडी में लगभग सभी शोधार्थियों को भत्ता मिलता है.
स्टूडेंट्स स्पोर्ट्स सिस्टम पर खर्च होता है बजट का 39% हिस्साः फीस माफी को लेकर विस्तार से जानकारी देते हुए कुलपति ने बताया कि सभी एससी और एसटी विद्यार्थियों से अंबेडकर विश्वविद्यालय में कोई फीस नहीं ली जाती है, इसके लिए कोई क्रीमी लेयर का प्रतिबंध भी लागू नहीं किया गया है. हमारी सोच है कि कुछ अच्छा हो सके तो किया जाए. ईडब्ल्यूएस के लिए 10% का प्रावधान सरकार के अनुसार है.
कुलपति ने बताया कि इसके तहत जिन विद्यार्थियों की पारिवारिक आय 3 लाख रुपए से कम हैं उनकी पूरी फीस माफ की जाती है. 3 से 4 लाख रुपए तक की आय वाले विद्यार्थियों की 75%, 4 से 5 लाख तक की आय वालों के लिए 50% और 5 लाख से 6 लाख तक की मासिक आय वालों के लिए 25% फीस माफ की जाती है. उन्होंने बताया कि एयूडी के बजट का 39% भाग स्टूडेंट्स स्पोर्ट्स सिस्टम पर ही खर्च किया जाता है.
आरक्षण के प्रावधानः दाखिलों में आरक्षण को लेकर कुलपति ने बताया कि स्पोर्ट्स और सीसीए कोटा के तहत प्रत्येक प्रोग्राम में एक-एक सीट का आरक्षण रखा गया है. इनके अतिरिक्त सुपरन्यूमेररी कोटा के तहत डिफेंक, कश्मीरी विस्थापित, पीडब्ल्यूडी और सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए भी आरक्षण का प्रावधान है.
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