नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः उत्तर प्रदेश का पहला इंटरनेशनल ट्रेड फेयर ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में 21 से 25 सितंबर के बीच आयोजित किया जाएगा. इसमें उत्तर प्रदेश की सामाजिक व सांस्कृतिक विरासत, खान-पान, वेश-भूषा, पर्यटन व प्रमुख उत्पादों की झलक देखने को मिलेगी. इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, प्रशासन व पुलिस के अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए इस ट्रेड फेयर का आयोजन किया जा रहा है. इसमें उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के ओडीओपी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला देखने को मिलेगी. वहीं इसमें विदेशी खरीदार भी भारी संख्या में शामिल होंगे. जिससे उत्तर प्रदेश में बड़े निवेश की संभावना है. यह पहला इंटरनेशनल ट्रेड शो है. इसके बाद आगामी सालों में भी इसी प्रकार के आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार और एमएसएमई विभाग की ओर से आयोजित किए जाएंगे.
लोगों को हिस्सा लेने के आमंत्रित करेंः ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा कि आधुनिक उत्तर प्रदेश की झलक दिखाने के लिए इससे बढ़िया प्लेटफार्म नहीं हो सकता. इसीलिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश हो या फिर पूर्वांचल, अवध क्षेत्र हो या फिर ब्रज क्षेत्र, सभी जगह की सामाजिक व सांस्कृतिक विरासत खान-पान, वेशभूषा, पर्यटन व प्रमुख उत्पादों की श्रृंखला की प्रस्तुति इस इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में दिखनी चाहिए. इसके लिए अलग-अलग टीम बनाकर लोगों को ट्रेड फेयर में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करें.
इस दौरान सीईओ ने अफसरों को कहा कि एनसीआर के सभी शिक्षण संस्थानों से संपर्क करें. साथ ही उन्होंने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद व एनसीआर के अन्य शहरों की आरडब्लूए व सामाजिक संगठनों को ट्रेड फेयर में बुलाने के भी निर्देश दिए. कहा कि ट्रेड फेयर में जन सहभागिता के लिए सभी मेट्रो स्टेशनों प्रमुख चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग बैनर लगाया जाएं.
ट्रेड फेयर में नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण भी अपने स्टाल लगाएंगे जिन पर तीनों प्राधिकरण की उपलब्धियां वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट व भावी परियोजनाओं के बारे में जानकारी साझा की जाएगी. ट्रेड फेयर के दौरान लोक कलाकार प्रतिदिन सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी कलाओं को प्रदर्शित करेंगे. सीईओ ने ट्रेड फेयर से युवाओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया.