नई दिल्ली: बुधवार शाम गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल स्थित पैथोलॉजी लैब की छत का प्लास्टर टूटकर नीचे गिर गया. जब यह घटना हुई तब लैब में चार स्वास्थ्य कर्मी काम कर रहे थे. गनीमत रही कि किसी को कोई गंभीर चोट नहीं आई. हालांकि, लैब में काम कर रहे एक स्वास्थ्यकर्मी के सर में थोड़ी चोट लगी है. प्लास्टर गिरने की वजह से लैब की वायरिंग भी पूरी तरह से तहस-नहस हो गई है.
जिला अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ एके विश्वकर्मा ने बताया कि जिला एमएमजी अस्पताल स्थित पैथोलॉजी में छत का प्लास्टर और फॉल सीलिंग टूट कर नीचे गिरा. घटना शाम 4 बजे के आसपास की है. इस दौरान पैथोलॉजी में करीब चार स्वास्थ्यकर्मी काम कर रहे थे. इसमें से एक स्वास्थ्य कर्मी को थोड़ी लगी है. बाकी किसी को कोई गंभीर चोट नहीं है. छत से प्लास्टर और फॉल सीलिंग गिरने के कारण वायरिंग खराब हुई है. पैथोलॉजी में मौजूद मशीनों को अस्पताल में दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि, इस दौरान पैथोलॉजी में जांच के लिए जो सैंपल आएंगे उसे संयुक्त चिकित्सालय की पैथोलॉजी में भेजा जाएगा.
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एमएमजी अस्पताल की पैथोलॉजी के इंचार्ज मुकेश कुमार चौधरी ने बताया कि अस्पताल की बिल्डिंग काफी पुरानी है. जिसकी वजह से आए दिन इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं. लेंटर गिरने के कारण पैथोलॉजी का काम पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. कमरा नंबर 9 में पैथोलॉजी लैब को शिफ्ट किया जाएगा. बता दें, एमएमजी अस्पताल की मेन बिल्डिंग का 1956 में निर्माण हुआ था. अस्पताल की मुख्य इमारत में आए दिन प्लास्टर गिरता रहता है.
हालांकि, मरम्मत के बाद फिर से स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन शुरू हो जाता है. इसको लेकर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों में काफी डर है. 2017 प्ल्यूडी की टीम ने अस्पताल का निरीक्षण किया था. जिसमें अस्पताल की मुख्य इमारत को असुरक्षित करार दिया गया था. यहां हर दिन तकरीबन 3000 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.
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