नई दिल्ली/गाजियाबाद: संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर सुरक्षा में एक बड़ी सेंध तब लगी, जब शून्यकाल के दौरान दो घुसपैठिए विजिटर गैलरी से लोकसभा में कूद गए. संसद की घटना के बाद लगातार विपक्षी नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने संसद में हुई घटना को आतंकवाद और दहशतगर्दी बताया है.
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने इस घटना को देश पर हमला बताया है. उन्होंने कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है. बुधवार जो भी हुआ वह सुरक्षा की गंभीर चूक है. जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. यह एक बड़ी साजिश हो सकती है. वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने संसद की सुरक्षा में सेंध मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए युवकों की तुलना शहीद भगत सिंह से कर डाली. सपा नेता ने कहा कि संसद में कूदने वाले युवा शहीद भगत सिंह भी हो सकते हैं? सपा नेता के इस बयान पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पलटवार किया है.
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साजिश का पर्दाफाश होना चाहिए: आचार्य प्रमोद ने कहा कि कई लोग इसे क्रांतिकारी घटना सिद्ध करना चाहते हैं. कई लोग इन आतंकवादियों को क्रांतिकारी बता रहे हैं. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. आचार्य प्रमोद ने विपक्षी पार्टियों के सभी नेताओं से निवेदन किया है कि इन दहशतगर्दों की तुलना शहीदों और क्रांतिकारियों से ना करें. ये देश के लोकतंत्र के प्रति ठीक नहीं है. लोकतंत्र के मंदिर पर हमला हुआ है. किसी भी विपक्ष नेता को इस हमले को जस्टिफाई करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. सरकार को इस पूरी साजिश का पर्दाफाश करना चाहिए.