नई दिल्ली : पूर्व पहलवान और भाजपा नेता बबीता फोगाट ने ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और उनके पहलवान पति सत्यव्रत कादियान के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें आरोपी निवर्तमान भारतीय कुश्ती महासंघ(डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह खिलाफ प्रदर्शन के लिए पुलिस से अनुमति लेने में उनकी मदद लेने की बात कही गई थी. फोगाट ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की कठपुतली कहा. साक्षी मलिक ने अपने ट्विटर हैंडल से शनिवार को एक वीडियो पोस्ट की थी, इसमें ओलंपिक पदक विजेता और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने कहा था कि बबीता और एक अन्य भाजपा नेता तीरथ राणा ने जंतर-मंतर पर धरने के लिए पुलिस की अनुमति प्राप्त करने में उनकी मदद की थी. उन्होंने जोर देकर कहा था कि पहलवानों का विरोध राजनीति से प्रेरित नहीं था.
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— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) June 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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कादियान ने वीडियो में कहा, 'मैं यह स्पष्ट कर दूं कि हमारा विरोध राजनीति से प्रेरित नहीं है. हम जनवरी में (जंतर-मंतर) आए थे और विरोध के लिए दो भाजपा नेताओं ने पुलिस से अनुमति मांगी थी. उन्होंने कहा, यह (विरोध) कांग्रेस समर्थित नहीं है. 90 प्रतिशत से अधिक लोग (कुश्ती बिरादरी में) जानते हैं कि पिछले 10-12 वर्षों से, यह (उत्पीड़न और धमकी) चल रहा है. कुछ लोग अपनी आवाज उठाना चाहते थे, लेकिन कुश्ती बिरादरी एकजुट नहीं थी.
वहीं अब रविवार को 33 वर्षीय बबीता ने ट्विटर पर पहलवान दंपति के दावों को खारिज कर दिया है. भाजपा नेता ने अपने बयान में कहा, मुझे बहुत दुख हुआ और हंसी भी आई जब मैं अपनी छोटी बहन और उसके पति का वीडियो देख रही थी, सबसे पहले मैं यह स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि मेरी छोटी बहन, जो अनुमति पत्र दिखा रही थी, उस पर कहीं भी मेरे हस्ताक्षर या मेरा नाम नहीं था. सहमति का कोई सबूत नहीं है और मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है.
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एक कहावत है कि
— Babita Phogat (@BabitaPhogat) June 18, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ज़िंदगी भर के लिये आपके माथे पर कलंक की निशानी पड़ जाए।
बात ऐसी ना कहो दोस्त की कह के फिर छिपानी पड़ जाएँ ।
मुझे कल बड़ा दुःख भी हुआ और हँसी भी आई जब मैं अपनी छोटी बहन और उनके पतिदेव का विडीओ देख रही थी , सबसे पहले तो मैं ये स्पष्ट कर दूँ की जो अनुमति का काग़ज़… https://t.co/UqDMAF0qap
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— Babita Phogat (@BabitaPhogat) June 18, 2023
ज़िंदगी भर के लिये आपके माथे पर कलंक की निशानी पड़ जाए।
बात ऐसी ना कहो दोस्त की कह के फिर छिपानी पड़ जाएँ ।
मुझे कल बड़ा दुःख भी हुआ और हँसी भी आई जब मैं अपनी छोटी बहन और उनके पतिदेव का विडीओ देख रही थी , सबसे पहले तो मैं ये स्पष्ट कर दूँ की जो अनुमति का काग़ज़… https://t.co/UqDMAF0qapएक कहावत है कि
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ज़िंदगी भर के लिये आपके माथे पर कलंक की निशानी पड़ जाए।
बात ऐसी ना कहो दोस्त की कह के फिर छिपानी पड़ जाएँ ।
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फोगाट ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पहले दिन से, उन्होंने पहलवानों को देश में प्रधानमंत्री और न्यायपालिका में विश्वास रखने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने इसके बजाय कांग्रेस की प्रियंका गांधी, दीपेंद्र एस हुड्डा और अन्य लोगों से समाधान मांगा, जो अन्य मामलों में खुद आरोपी हैं. फोगाट ने कहा, 'मैं पहले दिन से कह रही हूं कि प्रधानमंत्री और देश की न्याय व्यवस्था पर भरोसा रखें, सच्चाई जरूर सामने आएगी. एक महिला खिलाड़ी के तौर पर मैं हमेशा देश की सभी खिलाड़ियों के साथ हूं और हमेशा रहूंगी, लेकिन मैं विरोध की शुरुआत से ही इसके पक्ष में नहीं थी'.
बबिता ने अपने बयान में आगे कहा, 'मैंने सभी पहलवानों से बार-बार कहा है कि आप पीएम या गृह मंत्री से मिलें, समाधान वहीं से निकलेगा. लेकिन आप कांग्रेस की प्रियंका गांधी, दीपेंद्र एस हुड्डा और अन्य लोगों से समाधान मांग रहे थे, जो खुद अन्य मामलों में आरोपी हैं. हरियाणा की भाजपा नेता ने पहलवानों की आलोचना की और उनसे विरोध के पीछे की असली मंशा का खुलासा करने को कहा. फोगाट ने कहा, 'देश की जनता अब इन विपक्षियों के चेहरों को पहचान चुकी है. उन्हें उन सभी सैनिकों, किसानों और यहां तक कि महिला पहलवानों को भी जवाब देना चाहिए.
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(आईएएनएस)