नई दिल्ली: लंबे अर्से से खराब फॉर्म से जूझ रहे भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) का बचाव करते हुए पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा कि फिटनेस, जीत की भूख और जुनून के मामले में अभी भी उसका कोई सानी नहीं है और वह इस जरूरी ब्रेक के बाद शानदार वापसी करेगा. एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) में पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त को होने वाला मैच पूर्व कप्तान विराट कोहली का 100वां टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच होगा. पिछले साल टी20 विश्व कप में पाकिस्तान से हारने के बाद भारत का चिर-प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ यह पहला मैच है.
शास्त्री ने अप्रैल में कोहली को क्रिकेट से ब्रेक लेने और जरूरी लगे तो आईपीएल भी नहीं खेलने की सलाह दी थी. शास्त्री ने कहा, मैंने हाल ही में कोहली से बात नहीं की है लेकिन बड़े खिलाड़ी हमेशा समय पर चेत जाते हैं. एशिया कप से पहले लिया ब्रेक उनके लिए फायदेमंद होगा जिसमें उसने आत्ममंथन किया होगा. लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है और पाकिस्तान के खिलाफ वह अर्धशतक भी बना लेगा तो लोग सब कुछ भूल जायेंगे.
यह भी पढ़ें: भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ कोविड-19 से संक्रमित, नहीं जायेंगे दुबई
वसीम अकरम के साथ स्टार स्पोटर्स के कमेंट्री बॉक्स में 'शाज एंड वाज' के साथ लौटे शास्त्री ने कहा, मैंने हाल ही में एक आंकड़ा देखा कि पिछले तीन साल में कोहली ने अपने समकालीन केन विलियमसन, डेविड वॉर्नर या जो रूट की तुलना में तीन गुना मैच खेले हैं. वह तीनों प्रारूपों में लगातार खेल रहे थे जिसका असर पड़ा होगा. उन्होंने कहा, इसके बावजूद उनके जैसा फिट कोई और भारतीय क्रिकेटर नहीं है. वह एक मशीन हैं और उनके भीतर जीत की भूख और जुनून जस का तस है. हर बड़ा खिलाड़ी खराब दौर से गुजरता है और उससे सीखता है. उसे बस एक बड़ी पारी की जरूरत है.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने कहा, पिछले एक साल से सोशल मीडिया पर जिस तरह से कोहली की आलोचना हो रही है, वह बिल्कुल गैर जरूरी है. वह सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से हैं. फॉर्म अस्थायी होता है और 'क्लास' हमेशा रहता है. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, उम्मीद है कि वह जल्दी वापसी करेंगे लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ नहीं करें.
यह भी पढ़ें: अकरम बोले, भारत और पाक मैच को एक आम क्रिकेट मुकाबले की तरह लें
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की कोहली से तुलना को जल्दबाजी करार देते हुए अकरम ने कहा, यह तुलना स्वाभाविक है और हर दौर में हुई है. इंजमाम उल हक की तुलना सचिन तेंदुलकर से, गुंडप्पा विश्वनाथ की जहीर अब्बास से और जावेद मियांदाद की सुनील गावस्कर से तुलना हुई है. उन्होंने कहा, बाबर के पास अच्छी तकनीक है और वह तेजी से सीख रहा है. वह उस रास्ते पर है कि कोहली की तरह महान बन सकता है लेकिन उसकी तुलना अभी जल्दबाजी है.