इंदौर : 'लगान', 'गंगाजल', 'अपहरण' और 'आरक्षण' जैसी फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग से सभी के दिलों को जीतने वाले अभिनेता यशपल शर्मा ने सीएए पर अपनी राय रखते हुए कहा कि यह देश को उलझा देने वाला कानून है.
इंदौर के एक शैक्षणिक संस्थान में आयोजित समारोह में हिस्सा लेने आए यशपाल शर्मा ने मोदी के फैसले का विरोध करते हुए कहा, 'सीएए ने हमको उलझा कर रख दिया है. लोगों में डर पैदा कर रहे हैं, बेरोजगार को कागज़ ढूंढने के काम मे लगा दिया, रोजगार दो तब काम होगा. क्योंकि ऐसे कानून से किसी का भला नहीं होने वाला.'
यशपाल शर्मा ने फ़िल्म इंडस्ट्री के सीएए और एनआरसी सहित अन्य राष्ट्रीय मुद्दों पर दो हिस्सों में बंट जाने के सवाल पर कहा, 'कलाकार की कोई जाति नहीं कोई पार्टी नहीं होती, प्रधानमंत्री या गृहमंत्री को खुश करने के लिए फ़िल्म बनाना शुरू किया तो लानत है.
उन्होंने दिल्ली में शाहिनबाग घटनाक्रम के बाद हुई दिल्ली की हिंसा को लेकर कहा कि दोनों तरफ से गलत बयानबाजी के बाद हिंसा भड़की.
उन्होंने आरोप लगाया कि कपिल मिश्रा ने गलत बयान देकर उपद्रवियों को उकसाया. जिसे देख कर लगता है यह 2002 के गुजरात दंगे की झलक है.
बता दें कि दिल्ली में लगातार तीन दिनों से खूनी हिंसा चल रही है. जिस पर कई सेलेब्स ने टवीट कर दुख जताया और कई सितारों के बयान आए.
बीते दिन ही देश की राजधानी में हुई भीषण हिंसा पर रिएक्ट करते हुए तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि यह इंटेलिजेंस की नाकामी है, जिसका मतलब है कि गृह मंत्रालय की नाकामी.
इससे पहले, कई बॉलीवुड सेलेब्स जैसे कि अनुराग कश्यप, ऋचा चड्ढा, स्वरा भास्कर, जावेद अख्तर, विशाल ददलानी, गौहर खान और ईशा गुप्ता ने भी दिल्ली हिंसा की आलोचना में कठोर शब्द कहे.