इस्लामाबाद: पश्चिमी अफगानिस्तान में रविवार को 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि नवीनतम भूकंप का केंद्र प्रांतीय राजधानी हेरात से लगभग 34 किलोमीटर (21 मील) बाहर और सतह से आठ किलोमीटर नीचे था. ठीक एक सप्ताह के बाद यह दूसरा भूकंप आया है. इससे पहले आए भूकंप में हजारों लोगों की मौत हो गई थी और इसी क्षेत्र में भारी संख्या में गांव तबाह हो गए थे.
संभावित हताहतों या क्षति की तत्काल कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली है. 7 अक्टूबर को आए भूकंप के चलते हेरात में गांव को तबाह हो गए. देश के हाल के इतिहास में ये सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक था. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि एक सप्ताह पहले मारे गए लोगों में से 90 फीसदी से अधिक महिलाएं और बच्चे थे.
तालिबान अधिकारियों ने कहा कि पहले आए भूकंपों में पूरे प्रांत में 2,000 से अधिक लोग मारे गए थे. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार भूकंप का केंद्र जेंडा जान जिले में था, जहां 1,294 लोग मारे गए, 1,688 घायल हुए और हर घर नष्ट हो गया. शुरुआती भूकंप और उसके बाद कई झटके और बुधवार को 6.3 तीव्रता के दूसरे भूकंप ने गांवों को तबाह कर दिया.
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सैकड़ों- मिट्टी-ईंट के घर नष्ट हो गए जो इतनी ताकत का सामना नहीं कर सकते थे. स्कूल, स्वास्थ्य क्लीनिक और अन्य ग्रामीण सुविधाएं भी ध्वस्त हो गईं. उस विनाश के बाद मलबे और अंत्येष्टि के अलावा, क्षेत्र की धूल भरी पहाड़ी गाँवों में बहुत कम बचा था. जीवित बचे लोग अपने परिवार के कई सदस्यों की मृत्यु से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.