बीजिंग: चीन के सबसे बड़े और सबसे सक्षम युद्धक जहाजों में से एक जहाज जापान सागर में लंबी दूरी के अभ्यास में भाग ले रहा है, जो चीन की बढ़ती नौसैन्य पहुंच को दर्शाता है. सरकारी मीडिया में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई. कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' की खबर के मुताबिक, टाइप 055 विध्वंसक पोत ल्हासा का यह पहला मिशन है. उसे पिछले साल नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था.
अखबार ने जापान के रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि इसके साथ लुयांग श्रेणी के टाइप 052डी विध्वंसक चेंगदू और टाइप 903 ऑयलर डोंगपिंगू भी हैं. जापान सागर जापानी द्वीपसमूह सखालिन द्वीप, कोरियाई प्रायद्वीप और रूस के सुदूर पूर्वी मुख्य भूभाग के बीच चीन के उत्तरी दिशा में स्थित है. जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रविवार को नागासाकी में फुकु द्वीप से करीब 200 किलोमीटर पश्चिम में तीन जहाजों को जापान सागर की ओर पूर्व में जाते देखा गया.
चीन की नौसेना बहुत तेज गति से जहाजों का निर्माण कर रही है और अब जंगी पोतों के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है. ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने टाइप 055 विध्वंसक पोतों की पहली बैच के पांच पोतों को बेड़े में शामिल कर लिया है.
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सैन्य विशेषज्ञों के हवाले से 'ग्लोबल टाइम्स' ने बताया कि विध्वंसक पोत ताइवान पर हमले की सूरत में विदेशी हस्तक्षेप को रोकने के मकसद से की गई सैन्य तैयारियों का हिस्सा है.
पीटीआई-भाषा