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अमेरिका की विश्वसनीयता को फिर से स्थापित कर रहे हैं: बाइडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कहा कि अमेरिका ने विश्व मंच पर अपनी उपस्थिति बहाल कर ली है. क्योंकि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा का उपयोग दुनिया के कुछ सबसे शक्तिशाली देशों के नेताओं की एक नई पीढ़ी के साथ जुड़ने के लिए किया है.

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Published : Jun 14, 2021, 12:38 AM IST

न्यूक्वे (ब्रिटेन) : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अपनी इस यात्रा का इस्तेमाल कोरोना वायरस महामारी और चीन के व्यापार एवं श्रम प्रथाओं के समाधान के लिए सहयोगियों को अधिक निकटता से एकजुट करने के लिए भी किया है.

बाइडेन ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा को धनी लोकतंत्रों के समूह सात के शिखर सम्मेलन में बैठक को 'असाधारण रूप से सहयोगी और उपयोगी' बताया. बाइडेन ने कहा कि इसमें 'वास्तविक उत्साह' था. बाइडेन ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से विंडसर कैसल में मुलाकात करने के लिए कॉर्नवाल से रवाना होने से पहले एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारे सबसे गहरे मूल्यों को साझा करने वाले देशों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने में अमेरिका ने वापसी कर ली है.

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमने अपने सबसे करीबी दोस्तों के बीच अमेरिकी विश्वसनीयता को फिर से स्थापित करने में प्रगति की है. बाइडेन तीन देशों की आठ दिवसीय यात्रा पर हैं. उन्होंने दुनिया के साथ कोरोना वायरस टीके की 50 करोड़ खुराक साझा करने की प्रतिबद्धता की घोषणा करके और सहयोगियों पर ऐसा करने के लिए दबाव डालकर जी -7 पर अपनी एक छाप छोड़ी.

नेताओं ने रविवार को अगले वर्ष कम आय वाले देशों को एक अरब से अधिक खुराक दान करने के अपने इरादे की पुष्टि की. उन्होंने नेताओं के संयुक्त बयान में चीन के जबरन श्रम और अन्य मानवाधिकारों के हनन की आलोचना को शामिल करने के लिए के लिए भी प्रयास किया. नेताओं ने 15 प्रतिशत वैश्विक न्यूनतम कॉर्पोरेट कर दर के लिए उनके आह्वान को भी स्वीकार किया.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने रविवार को कहा कि हमें उन सभी क्षेत्रों में चीन से निपटने में सक्षम होना चाहिए जो ताकत की स्थिति से आ रहे हैं और एकजुट स्थिति से आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राष्ट्रपति इन पिछले कुछ दिनों के दौरान चीन द्वारा पेश की गई कुछ चुनौतियों से निपटने के लिए देशों को एकसाथ लाने में सक्षम हुए.

शिखर सम्मेलन में बाइडेन पहली बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिले और दोनों ने पुराने दोस्तों की तरह काम किया. मैक्रों ने डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया लेकिन पूर्व राष्ट्रपति पर निशाना साधा. मैक्रों ने कहा कि बाइडेन के साथ, वह अब अमेरिकी के ऐसे राष्ट्रपति के साथ काम कर रहे हैं जो सहयोग करने को तैयार है.

शिखर सम्मेलन में बाइडेन ने इतालवी प्रधानमंत्री मारियो द्राघी, जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से भी मुलाकात की. संवाददाता सम्मेलन के बाद बाइडेन का कार्यक्रम महारानी के साथ मुलाकात के लिए विंडसर कैसल जाने का था.

यह भी पढ़ें-जी-7 सम्मेलन संपन्न, समूह ने टीका और जलवायु परिवर्तन पर कदम उठाने का आह्वान किया

बाइडेन इसके बाद नाटो और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ बैठकों के लिए ब्रसेल्स रवाना होंगे. वह बुधवार को जिनेवा में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक शिखर बैठक करने वाले हैं.

(पीटीआई-भाषा)

न्यूक्वे (ब्रिटेन) : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अपनी इस यात्रा का इस्तेमाल कोरोना वायरस महामारी और चीन के व्यापार एवं श्रम प्रथाओं के समाधान के लिए सहयोगियों को अधिक निकटता से एकजुट करने के लिए भी किया है.

बाइडेन ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा को धनी लोकतंत्रों के समूह सात के शिखर सम्मेलन में बैठक को 'असाधारण रूप से सहयोगी और उपयोगी' बताया. बाइडेन ने कहा कि इसमें 'वास्तविक उत्साह' था. बाइडेन ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से विंडसर कैसल में मुलाकात करने के लिए कॉर्नवाल से रवाना होने से पहले एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारे सबसे गहरे मूल्यों को साझा करने वाले देशों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने में अमेरिका ने वापसी कर ली है.

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमने अपने सबसे करीबी दोस्तों के बीच अमेरिकी विश्वसनीयता को फिर से स्थापित करने में प्रगति की है. बाइडेन तीन देशों की आठ दिवसीय यात्रा पर हैं. उन्होंने दुनिया के साथ कोरोना वायरस टीके की 50 करोड़ खुराक साझा करने की प्रतिबद्धता की घोषणा करके और सहयोगियों पर ऐसा करने के लिए दबाव डालकर जी -7 पर अपनी एक छाप छोड़ी.

नेताओं ने रविवार को अगले वर्ष कम आय वाले देशों को एक अरब से अधिक खुराक दान करने के अपने इरादे की पुष्टि की. उन्होंने नेताओं के संयुक्त बयान में चीन के जबरन श्रम और अन्य मानवाधिकारों के हनन की आलोचना को शामिल करने के लिए के लिए भी प्रयास किया. नेताओं ने 15 प्रतिशत वैश्विक न्यूनतम कॉर्पोरेट कर दर के लिए उनके आह्वान को भी स्वीकार किया.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने रविवार को कहा कि हमें उन सभी क्षेत्रों में चीन से निपटने में सक्षम होना चाहिए जो ताकत की स्थिति से आ रहे हैं और एकजुट स्थिति से आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राष्ट्रपति इन पिछले कुछ दिनों के दौरान चीन द्वारा पेश की गई कुछ चुनौतियों से निपटने के लिए देशों को एकसाथ लाने में सक्षम हुए.

शिखर सम्मेलन में बाइडेन पहली बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिले और दोनों ने पुराने दोस्तों की तरह काम किया. मैक्रों ने डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया लेकिन पूर्व राष्ट्रपति पर निशाना साधा. मैक्रों ने कहा कि बाइडेन के साथ, वह अब अमेरिकी के ऐसे राष्ट्रपति के साथ काम कर रहे हैं जो सहयोग करने को तैयार है.

शिखर सम्मेलन में बाइडेन ने इतालवी प्रधानमंत्री मारियो द्राघी, जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से भी मुलाकात की. संवाददाता सम्मेलन के बाद बाइडेन का कार्यक्रम महारानी के साथ मुलाकात के लिए विंडसर कैसल जाने का था.

यह भी पढ़ें-जी-7 सम्मेलन संपन्न, समूह ने टीका और जलवायु परिवर्तन पर कदम उठाने का आह्वान किया

बाइडेन इसके बाद नाटो और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ बैठकों के लिए ब्रसेल्स रवाना होंगे. वह बुधवार को जिनेवा में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक शिखर बैठक करने वाले हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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