दुशांबे : विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने गुरुवार को ताजिकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम पर तथा क्षेत्रीय सुरक्षा पर पड़ने वाले उसके प्रभावों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
जयशंकर, तालिबान के अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद वहां की स्थिति पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक अहम बैठक में शरीक होने के लिए ताजिकिस्तान की राजधानी में हैं.
उन्होंने ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमली रहमान से मुलाकात की. जयशंकर ने ट्वीट किया, 'ताजिक राष्ट्रपति इमोमली रहमान मेरी अगवानी करने के लिए धन्यवाद. प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) की शुभकामनाएं दी. अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों और क्षेत्रीय सुरक्षा पर उसके प्रभाव पर विचारों का आदान-प्रदान किया.'
उन्होंने कहा कि भारत और ताजिकिस्तान आतंकवाद से लड़ने और कट्टरपंथ के खिलाफ मजबूत साझेदार हैं. उन्होंने अपने ताजिक समकक्ष से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, 'पहुंचने पर ताजिक विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरीद्दीन के साथ अच्छी चर्चा हुई. इसके कल भी जारी रहने को लेकर आशान्वित हूं.'
जयशंकर ने किर्गिजिस्तान के अपने समकक्ष रूसलन कजाकबेव से भी मुलाकात की और दोनों नेता क्षेत्रीय एवं बहुपक्षीय मुद्दों पर परंपरागत सहयोग मजबूत करने को राजी हुए.
मंत्री ने ट्वीट किया, 'क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर अपने परंपरागत सहयोग मजबूत करने को हम सहमत हुए.' जयशंकर के अपने रूसी और ईरानी समकक्षों सहित अन्य के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 सितंबर को वार्षिक एससीओ शिखर बैठक में डिजिटल माध्यम से भाग लेने का कार्यक्रम है. भारत और पाकिस्तान 2017 में एससीओ के स्थायी सदस्य बनाये गये थे.
(पीटीआई-भाषा)