कोलंबो : श्रीलंकाई तमिलों ने जहां बुधवार को थाई पोंगल त्योहार मनाया वहीं भारत ने श्रीलंका सरकार के साथ जन-उन्मुख विकास सहयोग के तहत श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में पांच स्कूलों के लिए नई इमारतों का निर्माण करवाया है.
जाफना के इलवलाई के सेंट हेनरी कॉलेज में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान उत्तरी प्रांत में भारतीय सहायता से निर्मित नए स्कूल भवनों को श्रीलंका के लोगों को सौंप दिया गया.
भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि थाई पोंगल त्योहार के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तरी प्रांत के गवर्नर पीएसएम चार्ल्स और श्रीलंका के भारतीय उप उच्चायुक्त विनोद के जैकब ने संयुक्त रूप से नए भवनों का उद्घाटन किया.
इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, क्षेत्रीय नेताओं, स्कूलों के छात्रों,शिक्षकों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया.
ये इमारतें 25 करोड़ श्रीलंकाई रुपए की लागत से उत्तरी प्रांत में बनाई जा रही 27 स्कूलों की योजना का हिस्सा है.
इन पांच स्कूलों समेत 20 स्कूल भवनों का निर्माण पूरा कर उनका उद्घाटन कर दिया गया है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि शेष सात स्कूल भवनों के जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है.
बयान में कहा गया है कि यह परियोजना श्रीलंका के साथ भारत के निरंतर जनोन्मुखी विकास सहयोग का हिस्सा है.
श्रीलंका में विकास सहायता के लिए भारत की समग्र प्रतिबद्धता लगभग 350 करोड़ अमेरीकी डालर की है और इनमें से, 56 करोड़ अमेरीकी डालर शुद्ध अनुदान सहायता है. 63,000 घरों में से 47,500 घर बन चुके हैं.
इसके अलावा पुनर्वास के लिए कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं और भारत सरकार ने इस क्षेत्र में कुल 46,000 घरों का निर्माण किया है.
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भारत ने जाफना विश्वविद्यालय के किलिनोच्ची परिसर में कृषि और प्रौद्योगिकी संकाय में भी 60 करोड़ श्रीलंकाई रुपए मूल्य की सहायता की है.
भारत सरकार की अनुदान सहायता के तहत उत्तरी प्रांत में चल रही विकास सहयोग परियोजनाओं में जाफना में एक सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण, 3,000 वर्षा जल संचयन इकाइयों का निर्माण, 600 घरों वाले 25 मॉडल गांवों का निर्माण, जाफना में एक व्यवसाय / आईसीटी इनक्यूबेटर केंद्र की स्थापना शामिल है.