नई दिल्ली/नोएडा: कोरोना के खिलाफ जारी संघर्ष में पुलिस सेवा की मिसाल पेश कर रही है. प्रचंड गर्मी में भी सड़क पर लगातार ड्यूटी देकर, वाहनों, राहगीरों को सहायता देकर इन्होंने कर्तव्यनिष्ठा की अनूठी मिसाल पेश की है. पुलिस की यह ड्यूटी 12 घंटे की होती है. वहीं अधिकारियों ने आदेश 8 घंटे का किया है पर वह आदेश कागजों में ही सीमित रह गया. अमल में अभी तक नहीं आ पाया है. यह हाल नोएडा पुलिस का है.
बुधवार को दिन में मौसम का तापमान 44 डिग्री को भी पार कर गया. इस चिलचिलाती धूप में सब इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक लॉकडाउन का सत प्रतिशत पालन करते हुए नोएडा के चिल्ला, डीएनडी, ओखला सहित कई जगहों पर देखें गए. जो चिलचिलाती धूप को मात देते हुए लोगों की गाड़ियों को रोककर उनसे उनका मूमेंट पास मांगने का काम करते रहे. पुलिस के इस चेकिंग अभियान के तहत बॉर्डर पर गाड़ियों की संख्या कितनी बढ़ गई, ये भी देखा गया.
जाम लगने का कारण
नोएडा से दिल्ली जाते समय यह देखा जा रहा है कि दिल्ली पुलिस बॉर्डर पर किसी भी व्यक्ति को नहीं रोक रही है और पब्लिक आसानी से दिल्ली में प्रवेश कर रही है. वहीं जब पब्लिक अपना काम खत्म कर वापस आ रही तो नोएडा पुलिस बॉर्डर पर सघनता से चेकिंग करने में लगी हुई है. नोएडा पुलिस हर किसी से मूमेंट पास मांग रही है क्योंकि अधिकारियों का आदेश है. जिसके चलते गाड़ियों की लंबी लाइन लगी और लोग जाम का सामना कर रहे हैं. वही जिनके पास मूवमेंट पास नहीं है, उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया जा रहा है.
कागजों पर ही आदेश
लॉकडाउन के दौरान महत्वपूर्ण प्वाइंटों पर लगाई गई पुलिस की ड्यूटी के संबंध में अधिकारियों ने आदेश जारी किया कि वहां पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की ड्यूटी 12 घंटे की जगह 8 घंटे रहेगी पर अधिकारियों के आदेश के बावजूद भी पुलिस 12 घंटे की ड्यूटी करने को मजबूर है. अधिकारियों के आदेश कागजों पर जरूर हुए पर अमल में अभी तक नहीं आया. कुछ पुलिसकर्मियों ने कैमरे पर तो नहीं बोला पर उनका कहना है कि इस तपती गर्मी में अगर लगातार 12 घंटे ड्यूटी इसी तरह ली गई तो वह दिन दूर नहीं कि कोरोना के कारण तो नहीं पर इस तपती गर्मी से बीमार जरूर पड़ जाएंगे.