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वाह री गाजियाबाद पुलिस! पब्लिक ने पकड़ा बदमाश तो कह दिया हमने मुठभेड़ में किया गिरफ्तार

गाजियाबाद पुलिस ने अजब-गजब कारनामा किया है. पब्लिक ने बदमाश को रंगे हाथों पकड़कर पुलिस को सौंपा तो पुलिस ने बताया कि हमने पकड़ा है.

Public caught crook ghaziabad police says we arrested him in encounter
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Published : Oct 22, 2019, 8:51 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहावत है कि पुलिस-पुलिस ही होती है. वो कुछ भी कर सकती है. इस कहावत को इंदिरापुरम पुलिस ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिखाया है. वाहवाही के चक्कर में पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार बताया. जिसे तीन दिन पहले पब्लिक ने ही रंगेहाथों पकड़कर पुलिस को सौंपा था.

पब्लिक ने बदमाश को पकड़ा तो गाजियाबाद पुलिस ने कहा कि हमने पकड़ा


ये मामला खुला तो बैकफुट पर आई पुलिस ने जबाव दिया कि पकड़ा गया बदमाश बेहद शातिर है. उन्हें एक रणनीति के तहत ही इस तरह से गिरफ्तार किया गया है. बदमाशों ने चोरी के दौरान गोविंदपुरम इलाके में एक फार्मासिस्ट की हत्या की थी.

ये है पूरा मामला
इंदिरापुरम थाना इलाके के लोगों ने 17 अक्तूबर को दो बदमाशों को चोरी करते रंगेहाथ दबोच लिया था. धुनाई के बाद दोनों बदमाशों को पब्लिक ने इंदिरापुरम पुलिस के हवाले कर दिया. बदमाशों के पास से पब्लिक ने चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार भी बरामद कर लिये थे. इन दोनों बदमाशों में मुजफ्फरनगर निवासी आकाश नाम का युवक भी शामिल था.


उधर, 20 अक्तूबर की रात इंदिरापुरम पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सन्नी नामक बदमाश को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया. जबकि मौके से भागे सन्नी के साथी आकाश को पुलिस ने कुछ देर बाद कॉबिंग कर पकड़ने का दावा किया था. खास बात ये है कि तीन दिन पहले आकाश को जिन कपड़ों में पब्लिक ने दबोचा था. उन्हीं कपड़ों में पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार करने का दावा किया.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहावत है कि पुलिस-पुलिस ही होती है. वो कुछ भी कर सकती है. इस कहावत को इंदिरापुरम पुलिस ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिखाया है. वाहवाही के चक्कर में पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार बताया. जिसे तीन दिन पहले पब्लिक ने ही रंगेहाथों पकड़कर पुलिस को सौंपा था.

पब्लिक ने बदमाश को पकड़ा तो गाजियाबाद पुलिस ने कहा कि हमने पकड़ा


ये मामला खुला तो बैकफुट पर आई पुलिस ने जबाव दिया कि पकड़ा गया बदमाश बेहद शातिर है. उन्हें एक रणनीति के तहत ही इस तरह से गिरफ्तार किया गया है. बदमाशों ने चोरी के दौरान गोविंदपुरम इलाके में एक फार्मासिस्ट की हत्या की थी.

ये है पूरा मामला
इंदिरापुरम थाना इलाके के लोगों ने 17 अक्तूबर को दो बदमाशों को चोरी करते रंगेहाथ दबोच लिया था. धुनाई के बाद दोनों बदमाशों को पब्लिक ने इंदिरापुरम पुलिस के हवाले कर दिया. बदमाशों के पास से पब्लिक ने चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार भी बरामद कर लिये थे. इन दोनों बदमाशों में मुजफ्फरनगर निवासी आकाश नाम का युवक भी शामिल था.


उधर, 20 अक्तूबर की रात इंदिरापुरम पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सन्नी नामक बदमाश को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया. जबकि मौके से भागे सन्नी के साथी आकाश को पुलिस ने कुछ देर बाद कॉबिंग कर पकड़ने का दावा किया था. खास बात ये है कि तीन दिन पहले आकाश को जिन कपड़ों में पब्लिक ने दबोचा था. उन्हीं कपड़ों में पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार करने का दावा किया.

Intro:कहावत है कि पुलिस पुलिस ही होती है,वो कुछ भी कर सकती है। इस कहावत को इंदिरापुरम पुलिस ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिखाया है। वाहवाही के चक्कर में पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार होना बताया जिसे तीन दिन पहले पब्लिक के लोग ही रंगेहाथ पकडक़र पुलिस को सौंप चुके थे।

मामला खुला तो बैकफुट पर आई पुलिस ने जबाव दिया कि पकड़े गए बदमाश बेहद शातिर हैं। उन्हें एक रणनीति के तहत ही इस तरह से गिरफ्तार किया गया है।
बदमाशों ने चोरी के दौरान गोविंदपुरम इलाके में एक फार्मासिस्ट की हत्या की थी।


*ये है मामला*
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के लोगों ने 17 अक्तूबर को दो बदमाशों को चोरी करते रंगेहाथ दबोचा। धुनाई के बाद दोनों बदमाशों को पब्लिक ने इंदिरापुरम पुलिस के हवाले कर दिया। बदमाशों के पास से पब्लिक ने चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार भी बरामद किए। इन दोनों बदमाशों में मुजफ्फरनगर निवासी आकाश नामक युवक भी शामिल था।

उधर, 20 अक्तूबर की रात इंदिरापुरम पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सन्नी नामक बदमाश को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। जबकि मौके से भागे सन्नी के साथी आकाश को पुलिस ने कुछ देर बाद कॉबिंग कर पकडऩे का दावा किया। सवाल ये है कि जिस बदमाश को तीन दिन पहले पब्लिक ने पकडक़र पुलिस को सौंपा था आखिर वह तीन दिन के भीतर जेल से रिहा होकर कैसे आ गया। क्या पुलिस ने वाहवाही के चक्कर में उसे तीन दिन बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार करने का दावा किया। खास बात ये है कि तीन दिन पहले आकाश को जिन कपड़ों में पब्लिक ने दबोचा था,उन्हीं कपड़ों में पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार करने का दावा किया।Body:कहावत है कि पुलिस पुलिस ही होती है,वो कुछ भी कर सकती है। इस कहावत को इंदिरापुरम पुलिस ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिखाया है। वाहवाही के चक्कर में पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार होना बताया जिसे तीन दिन पहले पब्लिक के लोग ही रंगेहाथ पकडक़र पुलिस को सौंप चुके थे।

मामला खुला तो बैकफुट पर आई पुलिस ने जबाव दिया कि पकड़े गए बदमाश बेहद शातिर हैं। उन्हें एक रणनीति के तहत ही इस तरह से गिरफ्तार किया गया है।
बदमाशों ने चोरी के दौरान गोविंदपुरम इलाके में एक फार्मासिस्ट की हत्या की थी।


*ये है मामला*
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के लोगों ने 17 अक्तूबर को दो बदमाशों को चोरी करते रंगेहाथ दबोचा। धुनाई के बाद दोनों बदमाशों को पब्लिक ने इंदिरापुरम पुलिस के हवाले कर दिया। बदमाशों के पास से पब्लिक ने चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार भी बरामद किए। इन दोनों बदमाशों में मुजफ्फरनगर निवासी आकाश नामक युवक भी शामिल था।

उधर, 20 अक्तूबर की रात इंदिरापुरम पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सन्नी नामक बदमाश को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। जबकि मौके से भागे सन्नी के साथी आकाश को पुलिस ने कुछ देर बाद कॉबिंग कर पकडऩे का दावा किया। सवाल ये है कि जिस बदमाश को तीन दिन पहले पब्लिक ने पकडक़र पुलिस को सौंपा था आखिर वह तीन दिन के भीतर जेल से रिहा होकर कैसे आ गया। क्या पुलिस ने वाहवाही के चक्कर में उसे तीन दिन बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार करने का दावा किया। खास बात ये है कि तीन दिन पहले आकाश को जिन कपड़ों में पब्लिक ने दबोचा था,उन्हीं कपड़ों में पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार करने का दावा किया।Conclusion:कहावत है कि पुलिस पुलिस ही होती है,वो कुछ भी कर सकती है। इस कहावत को इंदिरापुरम पुलिस ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिखाया है। वाहवाही के चक्कर में पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार होना बताया जिसे तीन दिन पहले पब्लिक के लोग ही रंगेहाथ पकडक़र पुलिस को सौंप चुके थे।

मामला खुला तो बैकफुट पर आई पुलिस ने जबाव दिया कि पकड़े गए बदमाश बेहद शातिर हैं। उन्हें एक रणनीति के तहत ही इस तरह से गिरफ्तार किया गया है।
बदमाशों ने चोरी के दौरान गोविंदपुरम इलाके में एक फार्मासिस्ट की हत्या की थी।


*ये है मामला*
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के लोगों ने 17 अक्तूबर को दो बदमाशों को चोरी करते रंगेहाथ दबोचा। धुनाई के बाद दोनों बदमाशों को पब्लिक ने इंदिरापुरम पुलिस के हवाले कर दिया। बदमाशों के पास से पब्लिक ने चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार भी बरामद किए। इन दोनों बदमाशों में मुजफ्फरनगर निवासी आकाश नामक युवक भी शामिल था।

उधर, 20 अक्तूबर की रात इंदिरापुरम पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सन्नी नामक बदमाश को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। जबकि मौके से भागे सन्नी के साथी आकाश को पुलिस ने कुछ देर बाद कॉबिंग कर पकडऩे का दावा किया। सवाल ये है कि जिस बदमाश को तीन दिन पहले पब्लिक ने पकडक़र पुलिस को सौंपा था आखिर वह तीन दिन के भीतर जेल से रिहा होकर कैसे आ गया। क्या पुलिस ने वाहवाही के चक्कर में उसे तीन दिन बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार करने का दावा किया। खास बात ये है कि तीन दिन पहले आकाश को जिन कपड़ों में पब्लिक ने दबोचा था,उन्हीं कपड़ों में पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार करने का दावा किया।
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