नई दिल्ली/गाजियाबाद: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के सरकार के प्रस्ताव के विरोध में आज बिजली कर्मियों ने मशाल जुलूस निकाल कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. यह विरोध विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले किया गया. बिजली कर्मियों का मशाल जुलूस मुख्य अभियंता कार्यालय से शुरू होकर कविनगर रामलीला मैदान में समाप्त हुआ. प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
विद्युत वितरण लिमिटेड का निजीकरण करना चाहती है सरकार
बिजली कर्मियों का कहना था कि सरकार की मंशा पूर्वांचल विद्युत वितरण लिमिटेड का निजीकरण करना है. बिजली कर्मचारी सरकार की इस मंशा को कभी भी पूरा नहीं होने देंगे. कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा निजीकरण किया जा रहा है. निजीकरण उपभोक्ताओं के हित में नहीं है, इससे बिजली उपभोक्ताओं को काफी नुकसान होगा. इससे डिप्लोमा और इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के भविष्य भी अंधकार में चला जाएगा.
बिजली कर्मियों का कहना था कि सरकार अगर उनकी मांगे नहीं मानती है, तो इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन होगा. केंद्रीय नेतृत्व ने 5 अक्टूबर से विद्युत सप्लाई पूरी तरह से बंद करने की तैयारी कर ली है. बिजली विभाग से संबंधित तमाम अधिकारी और कर्मचारियों के परिवार वाले भी इस लड़ाई में उनके साथ सड़कों पर उतरेंगे.