नई दिल्ली/गाजियाबाद: डीएम अजय शंकर पांडे बीते कई दिनों से गाजियाबाद के सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं. बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे डीएम के अचानक एआरटीओ ऑफिस पहुंचने से हड़कंप मच गया. जिलाधिकारी ऑफिस का निरीक्षण करने पहुंचे थे.
एआरटीओ प्रशासन को लगाई फटकार
एआरटीओ ऑफिस में प्रवेश करते ही डीएम सीधे एआरटीओ अधिकारी के ऑफिस में पहुंचे. जहां वो अनुपस्थित मिले. मौके पर उपस्थित सहायक संभागीय अधिकारी की ओर से बताया गया कि एआरटीओ अधिकारी जनपद हापुड़ सरकारी काम से गए हुए हैं.
जिसके बाद जिलाधिकारी एआरटीओ ऑफिस के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों के कमरों में पहुंचे. जहां पाया गया कि अधिकतर कमरों में बिजली व पंखे चालू हालत में मिले. जबकि वहां कोई अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था. जिसे देखकर जिलाधिकारी नाराज हो गए और एआरटीओ प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई.
कर्मचारियों की काटी जाए सैलरी
जिलाधिकारी ने एआरटीओ ऑफिस में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन कमरों में अधिकारी और कर्मचारी मौजूद नहीं थे. खाली कमरों में एसी, पंखे और लाइटें चल रही थी. उसका बिजली का खर्च उन कर्मचारियों की सैलरी से काटा जाए.
बाहरी व्यक्तियों का ऑफिस के भीतर नहीं हो प्रवेश
एआरटीओ ऑफिस के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाहरी व्यक्तियों और दलालों को ऑफिस परिसर के भीतर प्रवेश ना दिया जाए. साथ ही अगर कोई ऐसी शिकायत सामने आती है कि बाहरी व्यक्ति ऑफिस के भीतर प्रवेश कर रहे हैं, तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी.
वेतन रोकने के निर्देश
जिलाधिकारी ने एआरटीओ ऑफिस में साफ-सफाई, कर्मचारियों के समय से उस पर उपस्थिति की जानकारी ली. निरीक्षण के समय ऑफिस में अनुपस्थित तीन अधिकारियों एवं 16 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोके जाने के जिलाधिकारी ने निर्देश दिए. साथ ही किन कारणों की वजह से अधिकारी और कर्मचारी ऑफिस में उपस्थित नहीं थे. इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी ने एआरटीओ प्रशासन से मांगी है.