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फरीदाबाद डिस्ट्रिक कोर्ट में 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी मामलों की होगी सुनवाई - फरीदाबाद खबर

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए फरीदाबाद डिस्ट्रिक कोर्ट में 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी और कर्मचारियों को आदेश दिए गए है की जिन लोगों को शुगर या बीपी जैसी बीमारी है वो घर से ही काम करें ताकि कोरोना की चपेट में न आए.

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फरीदाबाद डिस्ट्रिक कोर्ट में 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी मामलों की होगी सुनवाई
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Published : Apr 17, 2021, 10:07 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबाद: कोरेाना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए डिस्ट्रिक कोर्ट ने भी अपनी व्यवस्था में बदलाव किया है. पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाई.एस राठौर ने आदेश जारी कर कहा है कि अब कोर्ट में 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी और रूटीन केस में आगे की डेट दी जाएगी ताकि कोर्ट परिसर में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

ये भी पढ़ें: फरीदाबाद: प्राइवेट अस्पतालों को देनी होगी कोविड-19 के लिए खाली हुए बेड की जानकारी

ये ही नहीं कोर्ट ने बार एसोसिएशन के प्रधान और सचिव को भी आदेश दिया है कि वो कोरोन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें. वाई.एस राठौर ने आदेश देते हुए कहा कि कोर्ट परिसर और चैंबर में अनावश्यक भीड़ एकत्र न होने दें, साथ ही न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों से भी कहा है कि जो भी किसी बीमीरी जैसे बीपी या शुगर से पीड़ित है तो बेहतर होगा कि वो घर से ही काम करें.

इन मामलों पर होगी सुनवाई

जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाई.एस राठौर ने आदेश जारी कर कहा है कि 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी केस जैसे जमानत याचिका, स्टे ऑर्डर, तलाक के मामले जिसमें दोनों पक्ष राजी हों, मेंटेनेंस, वाहनों की सुपुर्दी आदि की सुनवाई होगी.

इसके अलावा जो मुल्जिम अंडर ट्रायल हैं उनकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही सुनवाई होगी और रूटीन केस में आगे की डेट लगाई जाएगी. जिन केसों में डेट लगाई जाए उसे कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाए ताकि उससे जुड़े वादी, प्रतिवादी, गवाह समेत वकील उसे घर बैठे स्टेटस देख सकें और उन्हें कोर्ट आने की जरूरत न हो.

ये भी पढ़ें: ब्रिटेन के प्रिंस हैरी के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका से मचा बवाल, पढ़िए क्या है पूरा मामला

वाई.एस राठौर ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले एक चिंता विषय है और इस महामारी को रोकने के लिए ये सब कदम उठाए गए हैं. इसमें न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ वकीलों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: कोरेाना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए डिस्ट्रिक कोर्ट ने भी अपनी व्यवस्था में बदलाव किया है. पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाई.एस राठौर ने आदेश जारी कर कहा है कि अब कोर्ट में 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी और रूटीन केस में आगे की डेट दी जाएगी ताकि कोर्ट परिसर में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

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ये ही नहीं कोर्ट ने बार एसोसिएशन के प्रधान और सचिव को भी आदेश दिया है कि वो कोरोन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें. वाई.एस राठौर ने आदेश देते हुए कहा कि कोर्ट परिसर और चैंबर में अनावश्यक भीड़ एकत्र न होने दें, साथ ही न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों से भी कहा है कि जो भी किसी बीमीरी जैसे बीपी या शुगर से पीड़ित है तो बेहतर होगा कि वो घर से ही काम करें.

इन मामलों पर होगी सुनवाई

जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाई.एस राठौर ने आदेश जारी कर कहा है कि 30 अप्रैल तक सिर्फ बहुत जरूरी केस जैसे जमानत याचिका, स्टे ऑर्डर, तलाक के मामले जिसमें दोनों पक्ष राजी हों, मेंटेनेंस, वाहनों की सुपुर्दी आदि की सुनवाई होगी.

इसके अलावा जो मुल्जिम अंडर ट्रायल हैं उनकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही सुनवाई होगी और रूटीन केस में आगे की डेट लगाई जाएगी. जिन केसों में डेट लगाई जाए उसे कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाए ताकि उससे जुड़े वादी, प्रतिवादी, गवाह समेत वकील उसे घर बैठे स्टेटस देख सकें और उन्हें कोर्ट आने की जरूरत न हो.

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वाई.एस राठौर ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले एक चिंता विषय है और इस महामारी को रोकने के लिए ये सब कदम उठाए गए हैं. इसमें न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ वकीलों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.

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