नई दिल्ली : जहांगीरपुरी में बुधवार सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था में करीब 500 से 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया थी. ड्रोन कैमरे से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही थी. चारों तरफ छतों पर स्नाइपर और अर्द्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई थी. किसी भी तरीके के विरोध पर तुरंत एक्शन लेने के आदेश भी दिए गए थे. तमाम सुरक्षा के इंतजामों के बीच एमसीडी द्वारा डिमोलिशन की कार्रवाई शुरू की गई.
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में आज सुबह से ही माहौल तनावपूर्ण रहा. नगर निगम की ओर से तोड़फोड़ के आदेश दिए गए. जिसके बाद नगर निगम की तरफ से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई थी. सुबह से ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और एक के बाद एक कई डीसीपी और यहां तक की स्पेशल सीपी लॉन आर्डर दीपेंद्र पाठक खुद मौके का जायजा लेने के लिए जहांगीरपुरी इलाके पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस कर्मियों के साथ इलाके में फ्लैग मार्च निकाला और सभी को यह संदेश दिया गया कि किसी भी तरीके के विरोध को सहा नहीं जाएगा.
पुलिस अधिकारियों द्वारा लोगों से अपील की गई कि सरकारी कार्रवाई का सहयोग करें. साथ ही साथ ड्रोन कैमरा से भी पूरे इलाके की निगरानी की जा रही थी. चारों तरफ छतों पर स्नाइपर और अर्ध सैनिक बलों के जवान तैनात किए गए थे, जिससे किसी भी तरीके की कोई पथराव या फिर हिंसात्मक गतिविधि न की जा सकें. 500 से 600 पुलिसकर्मियों के सुरक्षा इंतजामों के बीच में 10:00 बजे के करीब डिमोलिशन की कार्रवाई एमसीडी के द्वारा शुरू की गई.
सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरीके से पुख्ता करने के लिए उत्तरी पश्चिमी जिले की डीसीपी उषा रानी सहित अन्य कई डीसीपी मौके पर मौजूद रहे, साथ ही खुद स्पेशल सीपी लॉन आर्डर दीपेंद्र पाठक भी जहांगीरपुरी पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस के जवानों के साथ फ्लैग मार्च निकाला. जो पुलिस अधिकारी इस एरिया में पहले काम कर चुके हैं और उनका ट्रांसफर हो गया था. इस स्थिति को देखते हुए उन्हें भी इलाके में तैनात कर दिया गया, जिससे उनके भी जो विश्वसनीय सूत्र थे उनका फायदा पुलिस अधिकारियों को मिल सके.