नई दिल्ली: मोस्ट पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस 14 शुरू हो गया है. जिसमें बतौर कंटेस्टेंट आने वाली राधे मां को लेकर चर्चा बनी हुई है. इसको लेकर चैनल की तरफ से प्रोमो भी रिलीज कर दिया गया है. जिसको लेकर संत समाज ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कालकाजी पीठ के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने इसको लेकर विरोध जाहिर किया है.
अखाड़ा परिषद ने राधे मां का किया है बहिष्कार
ईटीवी भारत से बात करते हुए सुरेंद्रनाथ अवधूत ने कहा कि कई बार फिल्मों या बिग बॉस जैसे कार्यक्रमों में स्वयंभू बाबा जैसे लोगों को बुलाकर हिंदू धर्म और संत समाज की छवि खराब करते है. उन्होंने कहा कि इससे पहले अखाड़ा परिषद ने राधे मां को महामंडलेश्वर बनाए जाने का भी विरोध किया था और उनका लगातार हम विरोध करते हैं.
'हमेशा हिंदू धर्म से जुड़े लोगों को ही क्यों बिग बॉस में बुलाया जाता है'
सुरेन्द्रनाथ अवधूत ने कहा कि इससे पहले तथाकथित स्वामी ओम को अपने शो में बुलाया गया. जिन्होंने साधु संत और हिंदू धर्म की गलत छवि लोगों के सामने रखी. जिसके बाद अब राधे मां को बुलाया जा रहा है जो पहले से ही काफी विवादों में रही हैं और संत समाज ने उन्हें लेकर कई बार अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है.
संत समाज की तरफ से चैनल और बिग बॉस शो को दी गई है चेतावनी
इसके अलावा जब हमने कालकाजी मंदिर के महंत से सवाल किया कि आखिर क्यों आपको लगता है कि राधे मां के बिग बॉस में आने से हिंदू धर्म और संत समाज की छवि खराब होगी जिसको लेकर उन्होंने कहा कि राधे मां जो पहले से ही कई चीजों को लेकर विवादों में है, उनके कई वीडियो वायरल हुए हैं. ऐसे में यदि वह बिग बॉस में नजर आते हैं तो वह जरूर कई ऐसी हरकतें करेंगी जिससे संत समाज और हिंदू धर्म की छवि खराब होगी. इसके लिए हम बिग बॉस की कड़ी निंदा करते हैं, साथ ही चैनल और शो को चेतावनी देते हैं कि वह हमेशा हिंदू धर्म से जुड़े लोगों को ही क्यों अपने शो में आमंत्रित करते हैं.
'संतो और गुरु की गलत छवि पेश करने वालों का करते हैं विरोध'
इसके अलावा जब हमने सुरेंद्रनाथ अवधूत से यह सवाल किया कि कई ऐसे ढेरों बाबा और संत हैं जो गलत काम के चलते जेल में बंद हैं और विवादों में रहे हैं जिसको लेकर उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद और अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से लगातार लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाती है और लोगों को संदेश दिया जाता है कि वह इस तरीके के बाबाओं के चंगुल में आने से बचें, और उन पर विश्वास ना करें और ना ही हम ऐसे बाबाओं का समर्थन करते हैं.