नई दिल्ली : अमेरिकी शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोपों की वजह से अडाणी समूह को काफी नुकसान हुआ. इस रिपोर्ट के आने के बाद से अडाणी ग्रुप के निवेशकों का भरोसा खोने लगा. हालांकि कुछ दिग्गज बैंकों का भरोसा इस ग्रुप पर बना रहा. जिसमें जापान समेत यूरोपीय यूनियन का भरोसा शामिल है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अडाणी ग्रुप को तीन जापानी बैंकों मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (Mitsubishi UFJ Financial Group), सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग (Sumitomo Mitsui Banking) और मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप (Mizuho Financial Group) से वित्तीय सहायता का आश्वासन मिला है.
यह तीनों बैंक अडाणी ग्रुप के लेंडर नहीं है. इनके द्वारा Adani Group को फाइनेंशियल स्पोर्ट दिया जाएगा. जिसमें ग्रुप के नए प्रोजेक्ट के लिए लोन और हाई कोस्ट कर्जों की रिफाइनेंशिंग करना शामिल है. क्योंकि अडाणी ग्रुप अपने योजनाओं का विस्तार करना चाहता है. जापानी बैंकों की मदद करने से अडाणी ग्रुप को एशिया और यूरोप में निवेशकों का विश्वास पाने में मदद मिलेगी. बता दें कि इस साल के शुरुआती माह जनवरी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह को काफी नुकसान हुआ. इसका मार्केट कैपटलाइजेशन घटकर आधा हो गया.
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जापान के तीनों बैंकों ने FY24 और FY26 में मैच्यूरिटी होने वाले बॉन्ड और मौजूदा या नए लोन को पुनर्वित्त करने का समर्थन किया है. अडाणी समूह के पास FY24 और FY26 में मैच्यूरिटी होने वाले 4 बिलियन डॉलर के बॉन्ड हैं. अडाणी एंटरप्राइजेज (एईएल), अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पोर्ट्स और अडाणी टोटल गैस में 15,446 करोड़ रुपये के निवेश के साथ Adani Group के एक प्रमुख निवेशक जीक्यूजी पार्टनर्स के भी गौतम अडाणी -हेल्ड कंपनियों में और निवेश करने की संभावना है.
अडाणी समूह की कंपनियां बुनियादी ढांचे और उपयोगिता क्षेत्र में बड़े पैमाने पर परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रही हैं और इनके लिए कैश फ्लो की जरुरत है, जबकि यह नई ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए लगभग 800 मिलियन डॉलर जुटाने के लिए भी बातचीत कर रही है. इसके सीमेंट कारोबार में क्षमता बढ़ाने सहित योजनाओं के विस्तार पर भी विचार किया जा रहा है. अडाणी समूह ने हाल ही में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का अधिग्रहण किया है.
31 मार्च, 2023 तक समूह का कर्ज 2.27 ट्रिलियन रुपये था, जिसमें से 39 फीसदी बांड में, 29 फीसदी अंतरराष्ट्रीय बैंकों से लोन और 32 फीसदी भारतीय बैंकों और एनबीएफसी के पास था. वहीं, ग्रुप की संपत्ति का सकल मूल्य (Gross Value) 3.91 लाख करोड़ रुपये था.
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