मुंबई : बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के संवेदी सूचकांक- सेंसेक्स में सोमवार को समर्थन के अभाव में 127 अंक से अधिक की गिरावट आयी. सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी बैंक में नुकसान से सेंसेक्स नीचे आया.
30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 127.31 अंक यानी 0.22 प्रतिशत टूटकर 58,177.76 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.95 अंक यानी 0.08 प्रतिशत फिसलकर 17,355.30 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रहा. कंपनी ने गूगल के साथ मिलकर विकसित किये जा रहे सस्ते स्मार्टफोन को पेश करने का कार्यक्रम दिवाली तक टाल दिया. इसके बाद, कंपनी का शेयर नीचे आ गया. संभवत: सेमीकंडक्टर की समस्या के कारण यह कदम उठाया गया है. जियो फोन नेक्स्ट को पिछले सप्ताह 10 सितंबर को पेश करने की योजना थी.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'मुद्रास्फीति आंकड़ा आने से पहले उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में भारतीय शेयर बाजार नुकसान में रहे. बेहतर संकेत के बावजूद, वैश्विक बाजार एशियाई बाजारों को गति देने में विफल रहे.'
उन्होंने कहा, 'यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने पिछले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में वृद्धि और मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ा दिया. इसका कारण आर्थिक पुनरूद्धार में तेजी है. इसके साथ महामारी से अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिये शुरू किये गये बांड खरीद कार्यक्रम की गति हल्की की गयी है.'
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह जोरदार तेजी के साथ आगे बढ़ने वाले सूचकांक फिलहाल सीमित दायरे में रहे. उन्होंने कहा, 'हाल की गिरावट के बाद कुछ चुनिंदा छोटी एवं मझोली कंपनियों के शेयरों में गतिविधियां देखने को मिलीं. हालांकि, बाजार प्रतिभागी शेयर के दाम चढ़ने को देखते हुए सतर्क रुख अपना रहे हैं....'
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सिओल और तोक्यो लाभ में रहे जबकि हांगकांग नुकसान में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही.
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, 'दोपहर के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार नकारात्मक दायरे में रहा. वैश्विक स्तर पर अमेरिका में मुद्रास्फीति के रिकार्ड स्तर पर पहुंचने तथा इस स्थिति के चलते फेडरल रिजर्व के जल्दी ही मौद्रिक नीति के मामले में कड़ा रुख किये जाने की आशंका के साथ एशियाई बाजारों में मिला-रुख रहा.'
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सिओल और तोक्यो लाभ में रहे जबकि हांगकांग नुकसान में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही.
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शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने बृहस्पतिवार को भारतीय बाजारों में 423.44 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 73.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
(पीटीआई-भाषा)