नई दिल्ली: प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने पिछले साल अपनी मैप सेवा (गूगल मैप्स) से 30 लाख से अधिक फर्जी कारोबारी खातों को हटाया. कंपनी के ब्लॉग के अनुसार इन फर्जी खातों द्वारा ग्राहकों को ठगे जाने की संभावना है. गूगल ने कहा कि कई बार ये कारोबारी धोखेबाजी कर लाभ कमाने के लिए स्थानीय तौर पर लिस्टिंग करते हैं.
गूगल लोगों को कारोबार से जुड़ने के लिए संपर्क सूत्र और उन तक पहुंचने का रास्ता दिखाने इत्यादि की सेवाएं देती है. गूगल मैप्स के उत्पाद निदेशक ईथन रसेल ने हाल में एक ब्लॉग में कहा कि ये धोखेबाज व्यापारियों से उन सेवाओं के लिए पैसे ले लेते हैं जो असल में मुफ्त है.
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यह खुद को असली कारोबारी बताकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं. उन्होंने कहा कि गूगल ऐसी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करता है जिससे उसके मंच के दुरुपयोग को बहुत हद तक रोका जा सके.
रसेल ने कहा, "पिछले साल हमने तीस लाख से अधिक फर्जी कारोबारी खातों को हटाया है. इनमें 90 प्रतिशत से अधिक कारोबारी खाते ऐसे रहे जिन्हें कोई ग्राहक खोल भी नहीं सका. इस पूरी प्रक्रिया में करीब 85 प्रतिशत फर्जी खातों को हमारी आंतरिक प्रणाली ने ही हटा दिया.
ग्राहकों ने ढाई लाख से अधिक फर्जी खातों की रपट की। कंपनी ने दुरुपयोग करने वाले ऐसे करीब डेढ़ लाख से अधिक फर्जी खातों को हटा दिया जो 2017 के मुकाबले 50 प्रतिशत अधिक है. रसेल ने कहा कि कंपनी ऐसे फर्जी खातों का हटाने के लिए और नए एवं बेहतर तरीकों पर काम कर रही है.