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भारत में मलेरिया के मामलों में आई गिरावट : डब्ल्यूएचओ - डॉक्‍टर टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस

भारत ने मलेरिया से निपटने के लिए कई कदम उठाएं, जिसका परिणाम भी दिखने लगा है. विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2020 के अनुसार भारत में मलेरिया के मामले 2 करोड़ के गिरकर 60 लाख हो गए हैं.

भारत में मलेरिया
भारत में मलेरिया
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Published : Dec 1, 2020, 4:02 PM IST

न्यूयॉर्क : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूएचओ) ने कहा है कि भारत ने मलेरिया से निपटने की दिशा में बड़ी प्रगति दिखाई है. दक्षिण-पूर्व एशिया में मलेरिया के मामले 2000 में दो करोड़ थे, जो पिछले साल कम होकर 56 लाख हो गए.

विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2020 के अनुसार 2019 में दुनियाभर में मलेरिया के 22.9 करोड़ मामले सामने आए. एक वार्षिक अनुमान जो पिछले चार वर्षों में लगभग अपरिवर्तित रहा है.

इस रिपोर्ट को सोमवार को जारी किया गया, जिसके अनुसार पिछले साल इस बीमारी से 4,09,000 लोगों की मौत हुई, जबकि 2018 में इससे 4,11,000 लोगों की मौत हुई थी.

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्‍टर टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने रिपोर्ट में कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों ने काफी प्रगति दिखाई है. यहां मामलों और मौत के मामलों में क्रमश: 73 प्रतिशत और 74 प्रतिशत गिरावट आई है. भारत में मलेरिया के मामलों में सबसे अधिक गिरावट आई है, जहां मामले दो करोड़ से गिरकर 60 लाख हो गए हैं.

पढ़ें- दिल्ली में 489 हुए डेंगू के कुल मामले

डॉक्‍टर टेड्रोस ने कहा कि क्षेत्र में मलेरिया के मामलों में 73 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है, जहां 2000 में 2.3 करोड़ मामले थे, जो 2019 में अब 63 लाख हो गए.

भारत में मलेरिया से होने वाली मौत के मामले में भी गिरावट आई है. रिपोर्ट के अनुसार मलेरिया से 2000 में 29,500 लोगों की मौत हुई, जबकि पिछले साल इससे 77,00 लोगों की मौत हुई थी.

डब्ल्यूएचओ के अनुसार अब भी दक्षिण-पूर्व एशिया में मलेरिया के 88 प्रतिशत मामले भारत से हैं और मौत के मामले भी 86 प्रतिशत यहीं से हैं.

न्यूयॉर्क : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूएचओ) ने कहा है कि भारत ने मलेरिया से निपटने की दिशा में बड़ी प्रगति दिखाई है. दक्षिण-पूर्व एशिया में मलेरिया के मामले 2000 में दो करोड़ थे, जो पिछले साल कम होकर 56 लाख हो गए.

विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2020 के अनुसार 2019 में दुनियाभर में मलेरिया के 22.9 करोड़ मामले सामने आए. एक वार्षिक अनुमान जो पिछले चार वर्षों में लगभग अपरिवर्तित रहा है.

इस रिपोर्ट को सोमवार को जारी किया गया, जिसके अनुसार पिछले साल इस बीमारी से 4,09,000 लोगों की मौत हुई, जबकि 2018 में इससे 4,11,000 लोगों की मौत हुई थी.

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्‍टर टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने रिपोर्ट में कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों ने काफी प्रगति दिखाई है. यहां मामलों और मौत के मामलों में क्रमश: 73 प्रतिशत और 74 प्रतिशत गिरावट आई है. भारत में मलेरिया के मामलों में सबसे अधिक गिरावट आई है, जहां मामले दो करोड़ से गिरकर 60 लाख हो गए हैं.

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डॉक्‍टर टेड्रोस ने कहा कि क्षेत्र में मलेरिया के मामलों में 73 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है, जहां 2000 में 2.3 करोड़ मामले थे, जो 2019 में अब 63 लाख हो गए.

भारत में मलेरिया से होने वाली मौत के मामले में भी गिरावट आई है. रिपोर्ट के अनुसार मलेरिया से 2000 में 29,500 लोगों की मौत हुई, जबकि पिछले साल इससे 77,00 लोगों की मौत हुई थी.

डब्ल्यूएचओ के अनुसार अब भी दक्षिण-पूर्व एशिया में मलेरिया के 88 प्रतिशत मामले भारत से हैं और मौत के मामले भी 86 प्रतिशत यहीं से हैं.

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