अमरावती : तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वह तेलुगु लोगों के हितों की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं और कोई ताकत उन्हें नहीं रोक सकती. चंद्रबाबू नायडू की ये प्रतिक्रिया करोड़ों रुपये के कथित कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद आई है. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "पिछले 45 वर्षों से, मैंने निस्वार्थ भाव से तेलुगु लोगों की सेवा की है. मैं तेलुगु लोगों के हितों की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हूं. धरती पर कोई ताकत मुझे तेलुगु लोगों, मेरे आंध्र प्रदेश और मेरी मातृभूमि की रक्षा करने से नहीं रोक सकती."
उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के बाद लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की. नायडू ने कहा, "अंतत: सच्चाई और धर्म की जीत होगी. वे मेरे साथ जो कुछ भी करें, मैं लोगों के लिए आगे बढूंगा." बता दें कि नायडू को शनिवार सुबह उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह सभी सुविधाओं से लैस अपनी बस में सो रहे थे. राज्य पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के दल ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को सुबह करीब छह बजे नंदयाल शहर के ज्ञानपुरम स्थित आर के फंक्शन हॉल के बाहर से गिरफ्तार किया, जहां उनकी बस खड़ी थी.
इससे पहले उन्होंने नंद्याल में अपनी गिरफ्तारी के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है. उन्होंने कहा कि कल रात पुलिस आई और हंगामा खड़ा कर दिया. नायडू ने विजयवाड़ा स्थानांतरित होने से पहले मीडियाकर्मियों से कहा, "पुलिस कल रात आई और बहुत उपद्रव किया, जब मैंने उनसे मेरे किसी अपराध का सबूत दिखाने के लिए कहा, लेकिन वे इस तरह का कोई भी सबूत पेश करने में विफल रहे."
नायडू ने कहा, "सत्तारूढ़ दल किसी भी तरह मेरे खिलाफ कोई झूठा मामला थोपने को उत्सुक है, जो बेहद अवांछनीय है. उन्होंने कुछ मामले दर्ज किए और बिना कोई सबूत दिखाए मुझे गिरफ्तार कर लिया. मैंने कोई सबूत दिखाने को कहा. उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करा दी गई है. एफआईआर में मेरी भूमिका या तथ्यों का कोई जिक्र नहीं है."
चंद्रबाबू की गिरफ्तारी के विरोध में टीडीपी कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर उनके काफिले को रोका
वहीं दूसरी ओर सीआईडी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू को नंद्याला से ले जाया गया. पुलिस ने चंद्रबाबू को उनकी ही कार में नंद्याल से मंगलागिरी तक जाने की अनुमति दी. इसके चलते कई जगहों पर हजारों लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गए. चंद्रबाबू की गिरफ्तारी के विरोध में टीडीपी कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर उनके काफिले को रोका. टीडीपी कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण कुछ स्थानों पर चंद्रबाबू का काफिला बाधित हुआ. चंद्रबाबू ने कार्यकर्ताओं को काफिले को रास्ता देने का निर्देश दिया. चंद्रबाबू के काफिले की यात्रा में करीब 9 घंटे लगे. 9 घंटे की यात्रा के बाद चंद्रबाबू को कुंचनपल्ली एसआईटी कार्यालय पहुंचे. सीआईडी अधिकारी एसआईटी कार्यालय में चंद्रबाबू से पूछताछ कर रहे हैं.
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#WATCH | Amravati, Andhra Pradesh: Former state CM N Chandrababu Naidu's family members arrived at the SIT office, to meet him pic.twitter.com/wCeh5z8O3A
— ANI (@ANI) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) September 9, 2023
इसके साथ ही चंद्रबाबू के परिवार वाले पहले ही विजयवाड़ा पहुंच चुके हैं. चंद्रबाबू से मिलने बेटे नारा लोकेश और उनकी पत्नी भुवनेश्वरी एसआईटी दफ्तर पहुंचे. साथ ही नंदमुरी बालकृष्ण और ब्राह्मणी हैदराबाद से विमान से विजयवाड़ा पहुंचे. ये सभी चंद्रबाबू से मिलने एसआईटी दफ्तर पहुंचे. सीआईडी अधिकारियों ने उन्हें दो घंटे बाद चंद्रबाबू से मिलने की इजाजत दी. टीडीपी कार्यकर्ताओं ने चंद्रबाबू की गिरफ्तारी के खिलाफ चेन्नई और बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी प्रशंसकों और कार्यकर्ताओं ने चेन्नई और बेंगलुरु में आंदोलन शुरू कर दिया.