बरेली: उत्तर प्रदेश में सारस की राजनीति गरमा गई है. पिछले दिनों वन विभाग अमेठी के आरिफ के घर से एक सारस को लेकर गया था. जिस पर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा था. अब बरेली रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को घायल अवस्था में मिले एक दूसरे सारस की मौत हो गई.
बरेली के रेलवे जंक्शन पर गुरुवार की देर शाम को एक सारस घायल अवस्था में मिला था. प्लेटफॉर्म नंबर टू पर जख्मी पड़े सारस को बंदर परेशान भी कर रहे थे. जीआरपी देवी दयाल ने बताया कि गुरुवार शाम सारस किसी ट्रेन से टकराकर घायल हुआ था. पहले तो वह पटरियों पर गिरा, फिर किसी तरह प्लेटफॉर्म पर पहुंचा. काफी देर तक यूपी का राजकीय पक्षी सारस लावारिस पड़ा रहा. यात्रियों ने जीआरपी थाने को घायल सारस के बारे में जानकारी दी. जानकारी मिलते ही जीआरपी इंस्पेक्टर अजीत प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. बाद में जीआरपी और वन विभाग के कर्मचारी उसे इलाज के लिए बरेली के आईवीआरआई ले गए. शुक्रवार को इलाज के दौरान सारस की मौत हो गई.
जीआरपी थाने के इंस्पेक्टर अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि सारस पटरियों पर घायल अवस्था में मिला था. संभवत वह किसी ट्रेन से टकराकर घायल हुआ था . वन अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि बरेली के आईवीआरआई में मिले सारस की इलाज के दौरान मौत हो गई . सारस के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण पता लग पाएगा.
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उप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गाँव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए। pic.twitter.com/7JZ5bywe8x
">उप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गाँव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023
सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए। pic.twitter.com/7JZ5bywe8xउप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गाँव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023
सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए। pic.twitter.com/7JZ5bywe8x
बता दें कि इससे पहले यूपी में अमेठी का सारस भी इंसान से दोस्ती के कारण पॉपुलर हुआ था. उस सारस को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी देखने पहुंचे थे. जब सारस और आरिफ की कहानी वायरल हुई तो बरेली के वन विभाग ने उसे अपने कब्जे में ले लिया था. बाद में उस सारस को पक्षी विहार में छोड़ दिया गया. दो दिन पहले आरिफ का दोस्त सारस पक्षी विहार से भी गायब हो गया था. आरिफ से सारस को छीने जाने पर अखिलेश यादव ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है. उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है. भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे. हालांकि बाद में वह सारस भी सैया गांव में देखा गया था.