हैदराबाद :ओमीक्रोन को लेकर दुनिया भर में लगातार रिसर्च हो रहे हैं. अब तक मिले रिसर्च के नतीजों से लोग चिंतित हैं. इस चिंता के बीच दक्षिण अफ्रीका में हुए रिसर्च ने राहत दी है. डरबन स्थित अफ्रीका हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक, कोरोना वायरस वैरिएंट ओमीक्रोन की चपेट में आने के बाद पुराने डेल्टा स्ट्रेन (delta strain) के खिलाफ इम्युनिटी मजबूत हो सकती है. इसके साथ ही गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम हो सकता है.
दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों एलेक्स सीगल और खदिजा खान की अगुआई किए गए शोध में यह दावा किया गया है कि ओमीक्रोन के संक्रमण के दो सप्ताह बाद स्ट्रेन के खिलाफ इम्युनिटी 14 गुना बढ़ जाती है. इसके अलावा डेल्टा से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है. रिसर्च पेपर में यह बताया गया है कि ओमीक्रोन से संक्रमित व्यक्ति के खतरनाक डेल्टा वैरिएंट से दोबारा संक्रमित होने की आशंका कम हो जाती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ओमीक्रोन बेहद तेजी से फैलता है और कुछ एंटीबॉडी को दरकिनार कर संक्रमित कर सकता है. मगर 15 दिनों में स्ट्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए इम्यूनिटी बढ़ जाती है. बता दें कि यह शोध दक्षिण अफ्रीका में किए गया है, जहां ओमीक्रोन के मामले सर्वाधिक हैं. ओमीक्रोन वैरिएंट की पहचान भी दक्षिण अफ्रीका में हुई थी. इसके बाद कई देशों ने यहां से आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
बता दें कि डेल्टा वैरिएंट अक्टूबर 2020 में भारत में सामने आया था, लेकिन इसने भारत में काफी कहर बरपाया था. डेल्टा वैरिएंट अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के 163 देशों तक फैल चुका है. डेल्टा वैरिएंट के कारण दुनिया में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है.