नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी का बिगुल बजाते हुए दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन किया. इस दौरान पार्टी के मुखिया शरद पवार नें केंद्र सरकार पर चीन के मुद्दे पर आरोप लगाते हुए कहा, हमारे पीएम ने हर वक्त इस देश को गुमराह किया. शरद पवार ने निशाना साधते हुए कहा, देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं. 2020 में चीन हमारे देश के अंदर घुसे और प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की है. चीन नें भारतीय क्षेत्र के अंदर एक पूरा गांव बना लिया है. हमारी सरकार ने साफ तौर पर इसको नकारा. हमारे पास अरुणाचल प्रदेश में चीनी निर्माण से निपटने के लिए बुनियादी ढांचा भी नहीं है. हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सरकार की पूर्ण विफलता को स्पष्ट रूप से दिखाया है. Sharad Pawar hits at Modi govt.
उन्होंने आगे कहा, शिवाजी महाराज ने हमें दिल्ली के सिंहासन के आगे झुकना नहीं सिखाया है. आज हम ऐतिहासिक क्षेत्र में एक साथ आए हैं. तालकटोरा का एक इतिहास है. सदाशिराव पेशवा पुणे से दिल्ली आए थे. वे तालकटोरा में रुके थे. दिल्ली ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका ने तानाशाही देखी, धार्मिक हिंसा देखी. वहां का संसदीय लोकतंत्र नष्ट हो गया. हम अभी तक इस सड़क से नीचे नहीं उतरे हैं. यह महात्मा गांधी के बलिदान के कारण नेहरू सरदार पटेल मौलाना आजाद ने शांति लाई.
इसके साथ ही एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, सभी दल के नेता आज सभी शरद पवार के पास मार्गदर्शन के लिए आते हैं. चाहे नीतीश हों या ममता या फिर लेफ्ट या कांग्रेस के नेता हों, सभी दलों को लगता है कि पवार जी मिलाकर रख सकते हैं. गुजरात के चुनाव आगे है, लोकसभा का चुनाव भी आने को है. आपने देखा कि किस तरह से अनैतिक तरीके से महाराष्ट्र की सरकार गिराई गई. आने वाले वक्त में विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव का सामना करना है. महाराष्ट्र में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार की स्थापना कर अभिनव प्रयोग किया.
राकांपा की राष्ट्रीय परिषद की रविवार को हुई बैठक के बाद पार्टी महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं और विपक्ष की एकता सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि पवार कई ताकतों को एक साथ लाने में अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं. पटेल ने कहा, शरद पवार कभी पीएम चेहरा नहीं थे और कभी नहीं होंगे. वह केवल इस देश के वास्तविक मुद्दों के बारे में बोलते हैं. पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए लेकिन शरद पवार पीएम पद के इच्छुक नहीं हैं.' उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमाएं जानते हैं. वह विपक्ष का चेहरा नहीं हैं लेकिन वह अहम भूमिका जरूर निभाएंगे.
पटेल ने कहा कि राकांपा आगामी आम चुनाव में अहम भूमिका निभाने जा रही है. लेकिन पार्टी का रुख साफ है कि विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा, हम यूपीए सरकार का हिस्सा थे. कांग्रेस के साथ हमारा ऐसा कोई मुद्दा नहीं है. शरद पवार शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान निर्विरोध राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने गए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने दिल्ली दौरे के दौरान राहुल गांधी, राकांपा नेता शरद पवार, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई राजनीतिक नेताओं से मिले.
नीतीश कुमार के दौरे का मकसद विपक्षी एकता की बात करना था. विदेश से लौटने पर उनके सोनिया गांधी से मिलने की संभावना है. कुमार ने राजद नेता लालू प्रसाद और टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव से भी मुलाकात की. नीतीश कुमार ने भी आधिकारिक तौर पर किसी भी प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षा से इनकार किया, लेकिन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उनका लक्ष्य पीएम की कुर्सी है.
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