नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाई-डिटेक्टर परीक्षण के लिए चुनौती दी है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) पर भाजपा के तंज पर जवाब देते हुए आप ने यह बात कही. बता दें कि मनीष सिसोदिया से सीबीआई ने कल शराब बिक्री नीति में एक कथित घोटाले के लिए पूछताछ की गई थी.
आप के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 'सीबीआई ने मनीष सिसोदिया से झूठे आरोपों में पूछताछ की. बीजेपी का कहना है कि मनीष सिसोदिया का लाई डिटेक्टर टेस्ट होना चाहिए, मगर मेरा मानना है कि सबसे बड़े झूठे खुद पीएम मोदी हैं.' उन्होंने कहा कि 'मैं पीएम मोदी (PM Modi) को सबसे बड़ा झूठ स्वीकार करने की चुनौती देता हूं कि ईडी और सीबीआई तटस्थ एजेंसियां हैं और उनका केंद्र सरकार से कोई लेना-देना नहीं है.' उन्होंने कहा कि पीएम को यह बात दिल्ली में हो रही इंटरपोल की बैठक में कहनी चाहिए.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कपिल मिश्रा ने मंगलवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को उनके सीबीआई द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने का दबाव बनाने वाले आरोप को साबित करने के लिए लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की चुनौती दी थी. अरविंद केजरीवाल सरकार में कभी मंत्री रह चुके मिश्रा ने कहा कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में आरोपी सिसोदिया के आरोपों को, उनके खिलाफ चल रही जांच को प्रभावित करने की बेशर्म कोशिश के तौर पर देखा जाना चाहिए.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आबकारी घोटाला मामले के संबंध में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से सोमवार को नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. बाद में पत्रकारों से बातचीत में सिसोदिया ने सीबीआई पर आरोप लगाया कि उन पर आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने का दबाव बनाया गया था और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की पेशकश की गयी थी. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 'आप छोड़ने के लिए मुझ पर दबाव डाला गया. मुझे दिल्ली का मुख्यमंत्री पद पाने या जेल की सजा काटने की पेशकश की गयी.'
मिश्रा ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सिसोदिया पर पलटवार किया और कहा कि 'मैं सिसोदिया को चुनौती देता हूं कि सच्चाई का पता लगाने के लिए नार्को या लाई डिटेक्टर टेस्ट (झूठ पकड़ने की मशीन) का सामना करें या सीबीआई के खिलाफ अपना बयान वापस लें और शाम तक माफी मांगें.' वहीं, सीबीआई ने सिसोदिया के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में पूछताछ के दौरान उन्हें 'आप' छोड़ने की धमकी दी गयी.