चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस राज्य में कोविड19 के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर अगले दो सप्ताह तक कोई राजनीतिक सभा का आयोजन नहीं करेगी. इस बात की घोषणा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोविड19 की स्थिति को लेकर हुई समीक्षा बैठक में की.
इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अन्य राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से भी अपील की कि वे अपनी सभाओं में लोगों की संख्या 50 फीसदी ही रखें. उन्होंने कहा कि बंद स्थानों में अधिकतम 100 और खुले स्थानों में 200 लोग आयोजन में किए जाएं. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में कोई राजनीतिक सभा नहीं होनी चाहिए.
इसके अलावा सख्त प्रवर्तन की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए, मुख्यमंत्री ने राज्य में फेस मास्क पहनने के अनिवार्य करने का आदेश दिया है.
उन्होंने पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बिना फेसमास्क के सार्वजनिक क्षेत्रों और सड़कों पर घूमने वाले सभी लोगों को नजदीक के आरटी-पीसीआर परीक्षण सुविधा में ले जाकर नासोफेरींजल स्वाब निकलवाएं और यह भी सुनिश्चित करें उनमें ऐसिम्प्टमैटिक कोविड तो नहीं.
उन्होंने अमृतसर के डीसी से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और दुर्गियाना मंदिर के प्रबंधन से बात करने को कहा, ताकि श्रद्धालुओं को मंदिरों के अंदर मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में मामलों की वृद्धि गंभीर चिंता विषय है, जहां पिछले साल बहुत कम मामले देखने को मिले थे. उन्होंने संबंधित विभागों को गांवों में जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए.
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इससे पहले स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि पहले के विपरीत, जब शहरी क्षेत्रों में अधिक मामले थे. इस बार कोविद मामले अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच लगभग बराबर हैं. उन्होंने और मंत्री ओपी सोनी ने राजनीतिक और सामाजिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया था.