नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के सदस्यों की संगठन में जान फूंकने की साजिश को बेनकाब करने और उसे विफल करने के अपने प्रयासों के तहत गुरुवार को बिहार में 31 स्थानों पर छापेमारी की. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी औरंगाबाद, रोहताश, कैमूर, गया और सारण (छपरा) में आरोपियों और संदिग्ध व्यक्तियों के परिसरों पर की गई.
अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान बिहार और उत्तर प्रदेश में संगठन और उसके कैडरों को पुनर्जीवित करने की साजिश में शीर्ष भाकपा (माओवादी) कमांडरों की संलिप्तता पाई गई.
प्रवक्ता ने कहा कि तलाशी के दौरान दो देसी पिस्तौल, 3.53 लाख रुपये से अधिक नकद, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एसडी कार्ड और हार्ड डिस्क सहित कई डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.
अधिकारी ने बताया कि यह छापेमारी इस साल दर्ज किए गए दो अलग-अलग मामलों में चल रही जांच के तहत की गई. प्रवक्ता ने कहा कि जिन स्थानों पर तलाशी ली गई वह चार गिरफ्तार लोगों के आवासीय परिसर थे. गिरफ्तार किए गए चार लोग भाकपा (माओवादी) के कमांडर हैं.
अधिकारी ने बताया कि संगठन के 27 संदिग्ध कार्यकर्ताओं, समर्थकों और उससे सहानुभूति रखने वालों के ठिकानों की भी तलाशी ली गई. अधिकारी ने कहा, जांच से पता चला है कि चारों ने मगध क्षेत्र में भाकपा (माओवादी) के कैडरों को फिर से सक्रिय करने और मजबूत करने के लिए अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ मिलकर साजिश रची थी.