बेंगलुरु: कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर (Dr G Parameshwar) ने कहा है कि प्रगतिशील विचारकों को धमकी भरे पत्र के संबंध में मैंने कमिश्नर और डीजीपी को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि कुछ लेखकों ने मिलने का समय मांगा, मैं उनसे मिलूंगा और उनका पत्र डीजीपी को भेजूंगा.
हालांकि कुलबुर्गी में हुए गौरी लंकेश हत्याकांड को लोग अभी भूले नहीं भूले हैं, इसलिए खतरे को गंभीरता से लेना होगा. गृह मंत्री ने कहा कि लेखकों से मिलने के बाद आपको पता चलेगा कि किसने लिखा और क्यों लिखा, साहित्य के पत्र में क्या है? प्रोफेसर के मारुलासिद्दप्पा ने 14 अगस्त को लिखे एक पत्र में कहा गया है कि सांप्रदायिकता, जातिवाद और मूर्खता के खिलाफ खड़े होने वाले लेखकों और बुद्धिजीवियों को धमकी भरे पत्रों की एक श्रृंखला के कारण मानसिक हिंसा हो रही है. इन धमकी भरे पत्रों के पीछे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मामले को देखते हुए गृह मंत्री को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और पुलिस विभाग को उचित कार्रवाई करने का आदेश देना चाहिए.साथ ही हम उनमें से कुछ से मिलकर उन्हें इस बारे में जानकारी देकर समझाना भी चाहते थे.
बता दें कि 15 से अधिक विचारकों और प्रगतिवादियों को धमकी भरे पत्र मिले हैं. धमकी भरे पत्र में कहा गया है कि हम तुम्हें खत्म कर देंगे. इसको देखते हुए प्रगतिशीलों ने सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है और गृह मंत्री से मिलने का समय मांगा है. इससे पहले बीजेपी के कार्यकाल में भी प्रगतिशीलों को धमकी भरे पत्र मिले थे. अब कांग्रेस के आने के बाद एक बार फिर प्रगतिशीलों और बुद्धिजीवियों को धमकी भरे पत्र लिखे गए हैं. इसे लेकर प्रगतिशील विचारक चिंतित हैं और उन्होंने सरकार से इस मुद्दे को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया है.
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