बेंगलुरु: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा समेत चार मौजूदा विधायकों ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. जिन विधानसभा क्षेत्रों का वे प्रतिनिधित्व करते थे, वहां नए चेहरों को उतारा गया है. यहां उन निर्वाचन क्षेत्रों की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है.
बीएस येदियुरप्पा (शिकारीपुरा) : पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. वह शिवमोग्गा जिले में शिकारीपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और अपनी उम्र के कारण चुनावी राजनीति से हट गए. उन्होंने पहली बार 1983 में शिकारीपुरा से विधान सभा में प्रवेश किया. 1999 में वह शिरलकोप्पा के महालिंगप्पा के खिलाफ भी हार गए. बाद में वे विपक्ष के नेता, उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री बने और एक ही निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चुनाव लड़कर और जीत हासिल कर इतिहास रचा. इस बार उन्होंने चुनाव लड़ने से नाम वापस ले लिया और बेटे विजयेंद्र को पहली बार चुनाव लड़ने की अनुमति दी. कांग्रेस से गोनी मलतेश चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे नागराज गौड़ा मलतेश के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं.
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केएस ईश्वरप्पा (शिवमोगा शहर): बीजेपी के एक और दिग्गज नेता पूर्व उपमुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा को इस बार शिवमोगा शहर से बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है. उन्होंने टिकट की घोषणा से पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी. ईश्वरप्पा 1989 से अब तक पांच बार चुनाव जीत चुके हैं, केवल 1999 और 2013 में हारे हैं.
ऐसी अफवाहें थीं कि ईश्वरप्पा के बेटे या उनके परिवार में किसी और को ईश्वरप्पा की जगह टिकट दिया जाएगा. हालांकि ऐन वक्त पर बीजेपी ने चन्नबसप्पा को टिकट देने का ऐलान कर दिया. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के टिकट के दावेदार अयानूर मंजूनाथ ने अपनी विधान परिषद सीट से इस्तीफा देकर जेडीएस से चुनाव लड़कर बगावत का झंडा बुलंद कर दिया. कांग्रेस से एचसी योगेश कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
हलदी श्रीनिवास शेट्टी (कुंडापुरा) : तटीय क्षेत्र से भाजपा के वरिष्ठ नेता हलदी श्रीनिवास शेट्टी ने इस बार चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की. उन्होंने कुंडापुरा निर्वाचन क्षेत्र से लगातार पांच बार विधायक के रूप में जीत हासिल की और अपनी उम्र के कारण चुनाव छोड़ दिया. बीजेपी की ओर से नए चेहरे किरण कोडगी को मैदान में उतारा गया. हलदी ने अपनी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की घोषणा के बाद आधिकारिक उम्मीदवार की ओर से प्रचार किया है. कांग्रेस के दिनेश हेगड़े मोलाहल्ली और जेडीएस के रमेश कुंडापुरा से चुनाव लड़ रहे हैं.
एसए रवींद्रनाथ (दावणगेरे उत्तर निर्वाचन क्षेत्र): एसए रवींद्रनाथ दावणगेरे उत्तर निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा विधायक थे जिन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की. इसलिए उनकी जगह भाजपा ने लोकीकेरे नागराज को टिकट दिया. रवींद्रनाथ पांच बार विधायक रहे और मंत्री भी रहे. बीमारी के कारण वह चुनाव से दूर रहे. उन्होंने पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार की ओर से प्रचार किया और अपना समर्थन दिया.