भद्रक : देश में जहां एक तरफ हिजाब विवाद गहराया हुआ है. वहीं, ओडिशा के भद्रक जिले से इसकी एक अलग ही कहानी सामने आई है. यहां निर्दलीय उम्मीदवार गुलमकी दलावजी हबीब (32) स्थानीय निकाय चुनाव में भद्रक नगर पालिका की अध्यक्ष के रूप में चुनी (gulamaki Habib elected as bhardrak chairman in odisha) गई है. गुलमकी ने निकाय चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर (Gulamki Habib won election as independent candidate in odisha) सत्तारूढ़ बीजद के साथ-साथ भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज प्रतिद्वंद्वियों को हराकर सभी को चौंका दिया है.
गुलमकी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि उनकी जीत आम लोगों की जीत है, जो जाति, पंथ और धर्म से ऊपर उठकर उनकी क्षमता पर विश्वास करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव परिणाम ने एक बार फिर हमारे धर्मनिरपेक्ष संस्कृति, भाईचारे और भारतीय लोकतंत्र की एकता को साबित कर दिया है. उन्होंने कहा, 'मेरे पति और परिवार से अन्य सदस्य भी राजनीति में रह चुके हैं. उन्होंने भी जनता की सेवा की और जनता का यही प्यार अब मेरे लिये सामने आया है. उन्होंने हमारा समर्थन किया, जिसकी बदौलत आज मुझे जीत हासिल हुई है.'
राज्य में 20 सालों में पहली बार मतदाताओं ने स्थानीय निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए सीधे मतदान किया (direct voting for the bhadrak chairman seat in local body election) और गुलमकी को जीत दिलायी. चुनाव परिणाम के अनुसार निर्दलीय उम्मीदवार गुलमकी को 27,143 वोट मिले (independent candidate Dalwaji has polled 27,143 votes) हैं. वहीं, बीजद प्रत्याशी को 24,024 वोट, कांग्रेस उम्मीदवार अमितबाला आचार्य को 1,836 वोट और बीजेपी उम्मीदवार गीतांजलि पढ़िहारी को 6,633 वोट मिले हैं.
भद्रक नगर पालिका के कुल 30 वार्डों (30 Wards in Bhadrak Municipality) में से बीजद के पार्षद प्रत्याशी ने 18 वार्डों, कांग्रेस ने 10 वार्डों, भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशी ने एक-एक वार्ड में जीत हासिल की है. भद्रक जिला अंतर्गत पांच विधानसभा क्षेत्र (Bhadrak assembly seat) आते हैं, जिनमें से चार सीटें सत्तारूढ़ बीजद की और एक भाजपा की है. भद्रक संसदीय क्षेत्र बीजद के अंतर्गत आता है.