नई दिल्ली : अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो चुका है, जिसके बाद भारत में रह रहे अफगानिस्तानी मूल के लोग काफी चिंतित हैं. वे लगातार वर्ल्ड कम्युनिटी से अफगानिस्तान के हालात पर ध्यान देने की बात कर रहे हैं. तालिबान राज में सबसे ज्यादा जुल्म महिलाओं पर होता है, जिसके चलते ईटीवी भारत की टीम ने भारत में रहने वाली अफगानी महिलाओं से बात की और उनकी चिंताओं को समझने की कोशिश की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए दिल्ली में रह रही अफगानी मूल की महिला अल्फा ने बताया कि हम अफगानिस्तान में तालिबान को सपोर्ट नहीं करते हैं. तालिबानी अफगानियों को मारते हैं, उन पर जुल्म करते हैं. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान तालिबान का सपोर्ट करता है और वहां आतंकवादियों को भेजता है. इसलिए पाकिस्तान के खिलाफ हम लोगों ने प्रदर्शन भी किया है. उन्होंने ने कहा कि वर्ल्ड कम्युनिटी को वहां के हालात पर ध्यान देना चाहिए और अफगानी लोगों की मदद करनी चाहिए.
उनका कहना था कि जब तालिबानी मर्द लोगों को हक नहीं दे रहे हैं, तो महिलाओं को क्या देंगे. अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए सब कुछ खत्म हो गया है. उन्होंने बताया कि भारत में हम लोगों को सुरक्षा मिली है. इसके लिये वो भारत सरकार का धन्यवाद करते हैं. इसके साथ ही बताया कि यहां पर रहने में उन्हें काफी मुश्किलें हो रही हैं. जैसे-तैसे दुकान वैगरह में काम कर हम अपना खर्च चला रहे हैं.
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वहीं एक दूसरी महिला ने बताया कि हमारे परिवार और रिश्तेदार के लोग अफगानिस्तान में हैं, उनसे बात होती है, जिससे पता चलता है कि वहां के हालात बहुत खराब हैं. तालिबानी घरों से निकालकर लोगों को मार देते हैं और औरतों पर बहुत जुल्म करते हैं. उन्होंने औरतों को बोल दिया है कि तुम घर में रहो. तालिबान के दावों को झूठा बताते हुए उन्होंने कहा कि तालिबानी झूठ बोलते हैं कि वह महिलाओं को कोई हक देंगे, लेकिन वो हक देना नहीं चाहते. उनकी जो सरकार बनी है, उसमें कोई महिला नहीं है.
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अपनी माली हालात को लेकर उन्होंने कहा कि जब अफगानिस्तान की स्थिति ठीक थी तो अफगानिस्तान से पैसा आता था. अफगानिस्तान सरकार उन्हें यहां रहने के लिये मकान का किराया और बाकी सपोर्ट करती थी, लेकिन अब वहां तालिबान का कब्जा हो चुका है, जिससे हमारा सब कुछ खत्म हो गया है. अब एक ही चिंता है कि गुजारा कैसे होगा.