श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जनादेश कितना ही मजबूत क्यों ना हो, लेकिन वे जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 35-ए और अनुच्छेद 370 को नहीं हटा सकते.
शुक्रवार को जम्मू में मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पीएम को देश के लोगों को विभाजित करने की बजाय एकजुट करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा, 'अनुच्छेद 370' और 'अनुच्छेद 35-ए' के हमारे अधिकार की रक्षा की जानी चाहिए. यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम इस देश के सैनिक हैं, देश के दुश्मन नहीं हैं.'
अब्दुल्ला ने कहा, धारा 370 जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देती है और राज्य से संबंधित कानून बनाने के लिए संसद को मिली शक्ति को सीमित करती है. अब्दुल्ला ने मोदी से आग्रह किया कि वे रेल नेटवर्क के माध्यम से कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्से से जोड़ें.
फारुख अब्दुल्ला को कुल 1,06,750 मत मिले और उन्होंने पीडीपी के आगा सैयद मोहसिन को 70,050 मतों से हराया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लद्दाख, कश्मीर और जम्मू के सभी तीन क्षेत्रों को स्वायत्तता प्रदान करेगी.
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बता दें, श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 12,94,560 है. यह लोकसभा में अब्दुल्ला का चौथा कार्यकाल होगा, इससे पहले वे 1980, 2009 और 2017 में सदस्य रहे हैं.
अब्दुल्ला ने एकता और विविधता के अपने एजेंडे को जारी रखने के लिए कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी को सराहा.
उन्होंने कहा, 'जीतना और हारना जीवन का हिस्सा है. राहुल गांधी पांच साल बाद वापसी करेंगे और मुझे नहीं लगता कि अमेठी के लोग उन्हें भूल पाएंगे. मुझे लगता है कि वह (राहुल) कांग्रेस की मजबूती को सुनिश्चित करने के लिए बैठेंगे और आत्मनिरीक्षण करेंगे कि ऐसा क्यों हुआ और कैसे हुआ.'
पाकिस्तान से बातचीत के विषय में सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, अगर पीएम देश को बचाना चाहते हैं तो हमारे पड़ोसियों के साथ अच्छे व्यवहार में रहना होगा.