नई दिल्ली : अमेरिका में कोरोना वायरस की महामारी की वजह बेरोजगार होकर वहां फंसे सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में सोमवार को एक याचिका दायर की.
न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति संजीव नरूला की पीठ ने आज सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस पर सुनवाई के बाद इसे मंगलवार के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया, ताकि याचिका की प्रति केंद्र सरकार को सौंपी जा सके.
याचिका एक दंपती ने दायर की है जिनकी बेटी बेरोजगार होकर अमेरिका में फंसी है.
याचिका के अनुसार कोरोना वायरस की महामारी की वजह से अमेरिका में उसकी बेटी के नियोक्ता ने उसे 20 मार्च को त्यागपत्र देने के लिए कहा, लेकिन उड़ानें बंद होने के कारण वह भारत नहीं लौट सकी.
याचिका में कहा गया कि अमेरिका में नौकरी कर रहे अनेक भारतीयों की स्थिति आज ऐसी है जो कोविड-19 के प्रकोप से उत्पन्न परिस्थितियों की वजह से अब बेरोजगार हो गए हैं.
यह याचिका अधिवक्ता गौरव कुमार बंसल के माध्यम से दायर की गई है.
दंपती ने याचिका में कहा है कि यदि यात्रा प्रतिबंध और बढ़ता है तो उनकी बेटी के लिए अमेरिका से लौटना मुश्किल होगा तथा वह आय के नियमित स्रोत के बिना वह वहां लंबे समय तक नहीं रह पाएगी, क्योंकि वह भोजन खरीदने और घर का किराया देने में समर्थ नहीं होगी.
याचिका में अदालत से आग्रह किया गया है कि वह विशेषकर यास्मीन ताहिरा हुसैन सहित संकट में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के वास्ते केंद्र को अमेरिका के लिए विशेष उड़ान का प्रबंध करने का निर्देश दे.
पढ़ें : भाजपा स्थापना दिवस : प्रधानमंत्री बोले- कोरोना के खिलाफ जीत ही देश का लक्ष्य
इसमें दावा किया गया है कि वर्तमान में अमेरिका के ब्रुकलिन में रह रही हुसैन ने भारत वापसी के लिए न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से भी संपर्क किया है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है.
याचिका में केंद्र को यह निर्देश दिए जाने का भी आग्रह किया गया है कि वह विशेष उड़ान का इंतजाम होने तक यह सुनिश्चित करे कि अमेरिका में हुसैन सहित संकट में फंसे भारतीय सुरक्षित रहें.