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नई संसद भवन के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू, 2022 के मानसून सत्र तक तैयार होने की उम्मीद

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा है कि हम एक नई संसद का गठन करने या मौजूदा संसद का नवीनीकरण करने के विकल्प तलाश रहे. फिलहाल शुरू हो गई है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम नई संसद में 2022 के मानसून सत्र को देखेंगे.

संसद (फाइल फोटो)
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Published : Sep 13, 2019, 12:09 AM IST

Updated : Sep 30, 2019, 10:10 AM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) ने दिल्ली में पार्लियामेंट्री हाउस, केंद्रीय सचिवालय और कोवेट क्षेत्र से जुड़े एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है.

इस प्रोजेक्ट के लिए MoHUA ने हाल ही में आरएफपी को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को आमंत्रित किया है ताकि वे अपने प्रस्तावों को विचारों और सुझावों के साथ दे सकें ताकि मिशन 2022 तक पूरा हो सके.

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा है कि हम एक नई संसद का गठन करने या मौजूदा संसद का नवीनीकरण करने के विकल्प तलाश रहे.

उन्होंने आगे कहा कि इस परियोजना के तहत हम सभी केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़े एक आम सचिवालय के लिए भी काम किया जा रहा है. इसके अलावा और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर के प्रतिष्ठित क्षेत्र को पुनर्निर्मित किया जा रहा है.

मिश्रा ने बताया कि उनका मंत्रालय परियोजना की लागत पर काम कर रहा है.

मंत्रालय का मानना है कि नए भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को लागू करने के लिए यह परियोजना आवश्यक है.

बता दें कि भारतीय संसद भवन से 1912-1913 में ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया था. इसका काम 1921 में शुरू हुआ था और 1927 में पूरा हुआ.

इससे पहले पहले, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने इस मामले में एक समिति गठित की थी.

पढ़ें- नितिन गडकरी ने दिया परिवहन नियम में छूट, कहा राज्य चाहे तो जुर्माना घटा दे

गौरतलब है कि दशकों पुरानी इमारत में सदस्यों के लिए घर और कर्मचारियों के लिए जगह प्रयाप्त नहीं है.

इस साल अगस्त में, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद के लिए एक नई इमारत का प्रस्ताव रखा था.

मिश्रा ने कहा कि मने अभी प्रक्रिया शुरू की है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम नई संसद में 2022 के मानसून सत्र को देखेंगे.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) ने दिल्ली में पार्लियामेंट्री हाउस, केंद्रीय सचिवालय और कोवेट क्षेत्र से जुड़े एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है.

इस प्रोजेक्ट के लिए MoHUA ने हाल ही में आरएफपी को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को आमंत्रित किया है ताकि वे अपने प्रस्तावों को विचारों और सुझावों के साथ दे सकें ताकि मिशन 2022 तक पूरा हो सके.

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा है कि हम एक नई संसद का गठन करने या मौजूदा संसद का नवीनीकरण करने के विकल्प तलाश रहे.

उन्होंने आगे कहा कि इस परियोजना के तहत हम सभी केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़े एक आम सचिवालय के लिए भी काम किया जा रहा है. इसके अलावा और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर के प्रतिष्ठित क्षेत्र को पुनर्निर्मित किया जा रहा है.

मिश्रा ने बताया कि उनका मंत्रालय परियोजना की लागत पर काम कर रहा है.

मंत्रालय का मानना है कि नए भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को लागू करने के लिए यह परियोजना आवश्यक है.

बता दें कि भारतीय संसद भवन से 1912-1913 में ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया था. इसका काम 1921 में शुरू हुआ था और 1927 में पूरा हुआ.

इससे पहले पहले, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने इस मामले में एक समिति गठित की थी.

पढ़ें- नितिन गडकरी ने दिया परिवहन नियम में छूट, कहा राज्य चाहे तो जुर्माना घटा दे

गौरतलब है कि दशकों पुरानी इमारत में सदस्यों के लिए घर और कर्मचारियों के लिए जगह प्रयाप्त नहीं है.

इस साल अगस्त में, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद के लिए एक नई इमारत का प्रस्ताव रखा था.

मिश्रा ने कहा कि मने अभी प्रक्रिया शुरू की है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम नई संसद में 2022 के मानसून सत्र को देखेंगे.

Intro:New Delhi: Extending Prime Minister Narendra Modi's vision for a new India, Ministry of Housing and Urban Affairs (MoHUA) has been working on a massive project involving Parliamet House, central secretariat and covet area in Lutyens Delhi.


Body:The MoHUA has recently floated RFPs inviting domestic and international players to give their proposals with ideas and suggestions so that the mission could be completed by 2022.

"We are exploring options to have a new Parliament or renovate the existing Parliament. Under this project we are also working for a common secretariat consisting of all central ministries and renovating the covet area of 3 kms from Rastrapati Bhawan to India Gate," said Durga Shankar Mishra, secretary in the Ministry of Housing and Urban Affairs.

Mishra informed that his ministry is working on the costing for the project.

The ministry, however, believes that this project was necessary to implement Prime Minister Narendra Modi's vision for a new India.

The Parliament House was originally designed by British architects Sir Edwin Lutyens and Sir Herbert Baker in 1912-1913. Construction for the Parliament House began in 1921 and it was completed in 1927.

Sources in the government said that the new Parliament building is considered on account of the stability concerns regarding the current complex. Earlier, former Lok Sabha speaker Meira Kumar had set up a committee to look into the matter. The decades old building have issues like inadequacy of space to house members and their staff.

In August this year, Vice President Venkiah Naidu and Prime Minister Narendra Modi also proposed to have a new building for the Parliament.


Conclusion:The Housing Ministry is also planning to go for a massive campaign and extensive information sharing in this regard.

"We have just begun the process and if everything goes well, we will witness the Monsoon Session of 2022 in a new Parliament," said Mishra.

end.
Last Updated : Sep 30, 2019, 10:10 AM IST
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