ETV Bharat / bharat

गुपकार गठबंधन में दरार, जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व पर उठाए सवाल

author img

By

Published : Jan 11, 2021, 11:05 PM IST

गुपकार गठबंधन में दरार की खबर आ रही है. इस पर ईटीवी भारत ने जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं से बात की. इस दौरान सभी नेताओं ने अपने-अपने मत बताए. आइए जानते हैं किसने क्या कहा...

गुपकार गठबंधन में दरार
गुपकार गठबंधन में दरार

श्रीनगर : पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) में मतभेद की खबरें आ रही है, क्योंकि एलायंस के वरिष्ठ नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के दो वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी प्रमुख सजाद लोन को पत्र लिखा है और पीएजीडी गठबंधन पर सवाल उठाया है.

गुपकार एलायंस में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फेंस, सीपीआई (एम) पीपुल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस शामिल है. इन सभी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35ए की वापसी की लड़ाई साथ लड़ने का संकल्प लिया है.

इस गठबंधन की अध्यक्षता नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला कर रहे हैं. वहीं पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती इसकी उपाध्यक्ष हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

भले ही राजनीतिक दलों ने एक साथ आकर डीडीसी का चुनाव लड़ा, लेकिन गनी वकील, अंसारी, पीडीपी के फैयाज अहमद मीर और नेकां के बशारत बुखारी सहित कई नेता गठबंधन के खिलाफ सार्वजनिक रूप से सवाल उठाए हैं.

एलायंस के बीच असहमति तब बढ़ी, जब सजाद लोन और अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की.

ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए अब्दुल गनी वकिल ने कहा कि उन्होंने गठबंधन बनाने के शुरुआती चरण के दौरान सजाद लोन के साथ चिंता जताई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने गठबंधन के बारे में नेकां और पीडीपी की गंभीरता के बारे में भी सवाल उठाए थे. मैंने पूछा था कि अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए उनका रोडमैप क्या था.

उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सजाद लोन जल्द ही पार्टी के कार्यकारी निकाय की बैठक बुलाकर इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे.

इस बीच, एनसी बशारत बुखारी ने भी पीएजीडी गठबंधन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए अब तक कोई रोडमैप नहीं है. उन्होंने कहा कि रोड मैप तैयार किए बिना पीएजीडी गठबंधन भी हुर्रियत की तरह समाप्त हो जाएगा.

ममता बोलीं- 'कबाड़' है भाजपा, मोदी हारे तो ट्रंप समर्थकों जैसा बर्ताव करेंगे कार्यकर्तायह भी पढ़ें-

पीडीपी के फैयाज अहमद मीर ने कहा कि पार्टी और गठबंधन उन विद्रोही सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहे, जिन्होंने डीडीसी के चुनावों में पार्टी फरमान के बावजूद निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा.

हालांकि, पीएजीडी के सूत्रों ने कहा कि ये सवाल इस समय डीडीसी के चेयरमैन पदों की वजह से उठाए जा रहे हैं.

ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए, पीएजीडी समन्वयक और नेकां नेता हसनैन मसूदी ने कहा कि गठबंधन बरकरार है और यह कुछ नेताओं की व्यक्तिगत राय है, जो सवाल उठा रहे हैं.

डीडीसी चुनाव में गुपकार एलांयस ने 280 में से 110 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 75 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी.

समाचार रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इन बातों को आधारहीन बताया था. उन्होंने कहा था कि गुपकार के बारे में सभी अनावश्यक अटकलों के बीच, मैं कुछ चीजों को स्पष्ट करना चाहूंगी. इस महागठबंधन का उद्देश्य चुनावी लाभ के लिए नहीं है. इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए बहाल करवाना है.

श्रीनगर : पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) में मतभेद की खबरें आ रही है, क्योंकि एलायंस के वरिष्ठ नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के दो वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी प्रमुख सजाद लोन को पत्र लिखा है और पीएजीडी गठबंधन पर सवाल उठाया है.

गुपकार एलायंस में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फेंस, सीपीआई (एम) पीपुल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस शामिल है. इन सभी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35ए की वापसी की लड़ाई साथ लड़ने का संकल्प लिया है.

इस गठबंधन की अध्यक्षता नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला कर रहे हैं. वहीं पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती इसकी उपाध्यक्ष हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

भले ही राजनीतिक दलों ने एक साथ आकर डीडीसी का चुनाव लड़ा, लेकिन गनी वकील, अंसारी, पीडीपी के फैयाज अहमद मीर और नेकां के बशारत बुखारी सहित कई नेता गठबंधन के खिलाफ सार्वजनिक रूप से सवाल उठाए हैं.

एलायंस के बीच असहमति तब बढ़ी, जब सजाद लोन और अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की.

ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए अब्दुल गनी वकिल ने कहा कि उन्होंने गठबंधन बनाने के शुरुआती चरण के दौरान सजाद लोन के साथ चिंता जताई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने गठबंधन के बारे में नेकां और पीडीपी की गंभीरता के बारे में भी सवाल उठाए थे. मैंने पूछा था कि अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए उनका रोडमैप क्या था.

उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सजाद लोन जल्द ही पार्टी के कार्यकारी निकाय की बैठक बुलाकर इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे.

इस बीच, एनसी बशारत बुखारी ने भी पीएजीडी गठबंधन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए अब तक कोई रोडमैप नहीं है. उन्होंने कहा कि रोड मैप तैयार किए बिना पीएजीडी गठबंधन भी हुर्रियत की तरह समाप्त हो जाएगा.

ममता बोलीं- 'कबाड़' है भाजपा, मोदी हारे तो ट्रंप समर्थकों जैसा बर्ताव करेंगे कार्यकर्तायह भी पढ़ें-

पीडीपी के फैयाज अहमद मीर ने कहा कि पार्टी और गठबंधन उन विद्रोही सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहे, जिन्होंने डीडीसी के चुनावों में पार्टी फरमान के बावजूद निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा.

हालांकि, पीएजीडी के सूत्रों ने कहा कि ये सवाल इस समय डीडीसी के चेयरमैन पदों की वजह से उठाए जा रहे हैं.

ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए, पीएजीडी समन्वयक और नेकां नेता हसनैन मसूदी ने कहा कि गठबंधन बरकरार है और यह कुछ नेताओं की व्यक्तिगत राय है, जो सवाल उठा रहे हैं.

डीडीसी चुनाव में गुपकार एलांयस ने 280 में से 110 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 75 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी.

समाचार रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इन बातों को आधारहीन बताया था. उन्होंने कहा था कि गुपकार के बारे में सभी अनावश्यक अटकलों के बीच, मैं कुछ चीजों को स्पष्ट करना चाहूंगी. इस महागठबंधन का उद्देश्य चुनावी लाभ के लिए नहीं है. इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए बहाल करवाना है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.