नई दिल्ली : भारतीय सेना को वर्ष 2019 के आखिरी दिन नया प्रमुख मिल गया. जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को जनरल बिपिन रावत के सेवानिवृत्त होने के बाद पदभार संभाला.
पदभार ग्रहण करने के बाद सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा, 'हमने प्राथमिकताओं को फिर से संतुलित करने के तहत पश्चिमी सीमा से उत्तरी सीमा पर ध्यान केंद्रित किया है. हम उत्तरी सीमा के पास क्षमता निर्माण में सुधार करना जारी रखेंगे, ताकि जरूरत पड़ने पर हम तैयार रहें.'
बिंदुवार पढ़ें सेना प्रमुख जनरल नरवणे की बातें-
- मेरा मुख्य ध्यान किसी भी क्षण किसी भी खतरे से निबटने के लिए सेना को तैयार रखना होगा.
- हम समूचे सैन्य तंत्र में जो महत्वपूर्ण सुधार लाना चाहते हैं, सीडीएस निस्संदेह उन बदलावों की राह तैयार करेंगे.
- जमीनी स्तर पर सुधार से दक्षता और संचालन तैयारी में सुधार होगा.
- पाकिस्तान के उकसावे या उसके द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के किसी भी कृत्य का जवाब देने के लिए कई विकल्प हैं.
- हमने प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्पित दंडात्मक जवाब की रणनीति बनाई है.
- अगर पाकिस्तान राज्य प्रायोजित आतंकवाद को नहीं रोकता है, तो हमारे पास ऐहतियातन आतंकी खतरे वाले स्रोतों पर हमला करने का अधिकार है.
- पाकिस्तानी सेना की राज्य प्रायोजित आतंकवाद से ध्यान हटाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गई हैं.
- आतंकवादियों के सफाए और आतंकी नेटवर्क की तबाही के कारण पाकिस्तानी सेना के छद्म युद्ध की मंशा को झटका लगा है.
- अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है.
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई भाषा)