नई दिल्लीः दिल्ली के जंतर मंतर में तमिलनाडु के किसान धरना प्रदर्शन करने पहुँचे. इस विरोध प्रदर्शन में तमिलनाडु के किसानों को भारतीय किसान यूनियन का भी साथ मिला है.
क्या है किसानों की मांगः
इन किसानों की मांग है कि बिजली के हाई वोल्टेज तार इनके खेतों के ऊपर से गुजरती हैं जिनकी वजह से इनको काफी नुकसान उठाना पड़ता है लेकिन बदले में मिलने वाला मुआवजा काफी नहीं होता है.
साथ ही गेल GAIL (नेचुरल गैस ट्रांसमिशन कंपनी) की पाइपलाइन की वजह से भी इनके खेतों को नुकसान होता है.
किसानों ने मांग की है कि अंडरग्राउंड केबल के जरिये इनके नुकसान को रोका जा सकता है .पाइपलाइन को भी जमीन के अंदर सड़कों के किनारे से निकाला जाए तो इनके खेत बच सकते हैं .
बता दें इन्हीं सब मांगों के साथ ये किसान दिल्ली पहुँचे थे और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया था.
आपको बता दें कि, तमिलनाडु के किसानों के समर्थन में पंजाब, हरियाणा , दिल्ली और उत्तर प्रदेश के किसान भी जंतर मंतर पहुँचे थे .
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इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है.
बातचीत में टिकैत ने बताया कि, तमिलनाडु के किसान इस मुद्दे को उठा रहे हैं लेकिन ये मुद्दा देश भर के किसानों का है .जहाँ से भी हाई वोल्टेज लाइनें गुजरी हैं किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. यही समस्या उन किसानों को भी है जिनके खेतों से हो कर गैस की पाइपलाइन निकाली गई हैं.
भारतीय किसान यूनियन की मांग है कि तुरंत इस बड़ी समस्या का संज्ञान लेते हुए सरकार को अपनी नीति बदलनी चाहिये और सभी पाइपलाइन के साथ बिजली की लाइनों को भी अंडरग्राउंड करना चाहिये. साथ ही उन सभी किसानों को पर्याप्त मुआवजा मिले जिनके खेत इन कामों की वजह से खराब हुए हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अपनी मांगों के साथ वो मंत्रियों से भी मिलेंगे और उनको ज्ञापन सौंपेंगे .
अगर समय रहते उनके मांगों पर गौर नहीं किया गया तो देशव्यापी आंदोलन के लिये भी भारतीय किसान यूनियन ने सरकार को आगाह किया है .