चंपावत : दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में मंगलवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में चंपावत के लाल राहुल रैंसवाल शहीद हो गए. राहुल के अलावा एक पुलिस जवान भी शहीद हुआ.
वहीं शहीद राहुल रैंसवाल की शहादत पर पिता को गर्व है. शहीद के पिता विरेंदर रैंसवाल ने कहा, 'अगर मैं राहुल के साथ होता तो चार दुश्मनों को मैं भी फाड़ देता.'
तल्लादेश के रियासीबमन गांव के मूल निवासी और 50 आरआर के जवान राहुल का परिवार अभी उत्तराखंड में चंपावत के कनल गांव में रहता है. अभी राहुल का पार्थिव शरीर चंपावत नहीं लाया गया है, लेकिन राहुल की शहादत की खबर सुनकर वहां लोगों की भीड़ जुटने लग गई है.
राहुल की शहादत की खबर से परिवार में मातम छा गया है. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है, लेकिन इन सबके बीच राहुल के पिता को, जो खुद पूर्व सैनिक रह चुके हैं. बेटे की शहादत पर गर्व है. वह कहते हैं, 'मैं भी अगर राहुल के साथ होता तो चार आतंकियों को फाड़ देता.'
वहीं राहुल के घर पहुंचे लोगों ने इस शहादत को नमन करते हुए कहा, 'हमारी सेना और प्रधानमंत्री को पाकिस्तान को करारा जवाब देना चाहिए. एक के बदले चार दुश्मनों के शव आने चाहिए.
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राहुल 2012 में फौज में भर्ती हुए थे जबकि शहीद के बड़े भाई राजेश रैंसवाल भी 2009 से फौज में हैं. अपर जिलाधिकारी टीएस मर्तोलिया ने बताया कि शहीद राहुल रैंसवाल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.
गौरतलब है कि आतंकियों से मुठभेड़ में राहुल के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ राजोरी निवासी शाहबाज अहमद भी शहीद हो गए. इस मुठभेड़ में दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है.