गुवाहाटी : डिमा हसाउ जिले के उमरांग्सू में कपिली पनबिजली परियोजना हादसे के 14 वें दिन सोमवार को कुछ घंटे के अंतराल पर दो शव बरामद किये गये. बरामद शवों में एक नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NEEPCO) के मैकेनिकल ऑपरेटर ज्वॉय सिंह टिस्सो का है और दूसरा शव रॉबर्ट बैतिए (Robert Baitye) का है. दो अन्य कर्मचारियों के लिए सर्च अभियान जारी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्वाह्न 11.45 बजे चलाये गये सर्च अभियान के तहत अपराह्न 2.25 बजे का मिला. 59 वर्षीय टिस्सो का शव ग्राउंड फ्लोर-2 से बरामद किया गया और उसे पुलिस को सौंप दिया गया. इसके कुछ घंटे बाद इसी जगह से एक अन्य कर्मचारी रॉबर्ट बैतिए का शव पाया गया.
बता दें कि सात अक्टूबर को तड़के करीब चार बजे कपिली पनबिजली परियोजना में पानी से चलने वाली सुरंग की पाइप फटने से बड़ा हादसा हो गया था. 12 हजार लीटर प्रति सेकेंड के वेग से निकले पानी में एक इंजीनियर समेत चार लोग बह गये. इस घटना के चलते कपिली हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुंचा है.
सूत्रों ने बताया है कि रिसाव के चलते ये घटना हुई. रिसाव की वजह से अचानक पाइप फट गई. हादसे के समय सैकड़ों कर्मचारी पानी में फंस गये थे.घटना के सामने आने के बाद ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन एक बार फिर बाधों के निर्माण के खिलाफ आंदोलन कर रही है.
अरुणाचल प्रदेश में 168 बांधों के निर्माण की परियोजना के खिलाफ पहले भी ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन विरोध कर चुकी है.
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गौरतलब है कि दिमासा स्टूडेंट्स यूनियन ने इस मामले में अपना विरोध जताया है. यूनियन का कहना है कि NEEPCO अधिकारियों और केंद्र सरकार ने इस मुद्दे से निबटने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है. यूनियन का कहना है कि 2014 से न तो केन्द्र सरकार ने न ही राज्य सरकार ने NEEPCO की मरम्मत के लिए धन मुहैया कराया है.
स्टूडेंट्स यूनियन की नेता प्रीति सेनयुंग ने प्राधिकारी वर्ग पर आरोप लगाते हुए कहा कि NEEPCO में रिक्त पदों को भरा नहीं गया. साथ ही उन्होंने प्राधिकारी वर्ग पर आरोप यह भी लगाया कि असम और नॉर्थ ईस्ट के विभिन्न हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पावर प्लांटों में पैसा नहीं दिया गया.