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नियमों का पालन बंद करने से बढ़े कोरोना के मामले : एम्स निदेशक

एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना के मामलों में वृद्धि का कारण बहुक्रियाशील है. हालांकि, जब जनवरी / फरवरी में टीकाकरण शुरू हुआ और मामलों में कमी आई तो लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना छोड़ दिया. जिससे वायरस तेजी से फैल गया.

Randeep Guleria
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Published : Apr 17, 2021, 8:39 PM IST

नई दिल्ली : एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना के मामलों में आचनाक आई उछाल के कई कारण हैं. लेकिन इसके दो प्रमुख कारण हैं, जिससे कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है.

पहला कारण यह है कि जब जनवरी-फरवरी में कोरोना टीकाकरण शुरू हुआ और कोरोना के मामले कमी आई तो लोगों ने कोरोना से जुड़े नियमों का पालन बंद कर दिया.

दूसरा कारण यह है कि कोरना वायरस म्यूटेट हुआ, जिससे कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल आया है.

पढ़ें :- काेराेना से दुनियाभर में 30 लाख से ज्यादा लोगों की मौत, टॉप-5 में भारत भी शामिल

डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ा है. हमें अपने अस्पतालों में बेड और संसाधनों की संख्या बढ़ानी होगी.

नई दिल्ली : एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना के मामलों में आचनाक आई उछाल के कई कारण हैं. लेकिन इसके दो प्रमुख कारण हैं, जिससे कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है.

पहला कारण यह है कि जब जनवरी-फरवरी में कोरोना टीकाकरण शुरू हुआ और कोरोना के मामले कमी आई तो लोगों ने कोरोना से जुड़े नियमों का पालन बंद कर दिया.

दूसरा कारण यह है कि कोरना वायरस म्यूटेट हुआ, जिससे कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल आया है.

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डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ा है. हमें अपने अस्पतालों में बेड और संसाधनों की संख्या बढ़ानी होगी.

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