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दलित छात्रा के खाना परोसने पर शिक्षिका ने किया खाने से इंकार, थाली में लगवाए निशान

सूरजपुर में शिक्षिका ने दलित छात्रा द्वारा परोसे गए खाना को खाने से किया इंकार. छात्रा ने कलेक्टर से की शिकायत.

स्कूल.
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Published : Apr 12, 2019, 11:54 PM IST

सूरजपुर: एक ओर देश के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी सफाईकर्मी की पैर धोकर छुआछूत और ऊंच-नीच का भेदभाव खत्म करने का संदेश दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर जिले के एक स्कूल में एक शिक्षिका पर छुआछूत को बढ़ावा देने और दलित समुदाय की बच्ची को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है. शिक्षिका के बर्ताव से व्यथित छात्रा ने कलेक्टर से मामले की शिकायत की है.

पसला स्कूल.

कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं. दरअसल, जिले के ग्राम नेवरा की दलित समुदाय की पीड़ित छात्रा ग्राम पसला के पूर्व माध्यमिक शाला में कक्षा 8वीं में पढ़ती है. आरोप है कि 9 अप्रैल को मध्यान्ह भोजन के दौरान विद्यालय की कुछ शिक्षिकाओं ने छात्राओं से भोजन लाने के लिए कहा, तो उनमें से एक दलित छात्रा ने जब शिक्षिका सूरजमणि कुशवाहा को भोजन लाकर दी, तो वह नाराज हो गई और कहने लगी कि यह छात्रा तो हरिजन है. इसके हाथ का खाना नहीं खाऊंगी और यह कहते हुए थाली वापस भेज दी.

थाली में निशान लगाने के लिए निर्देश
हद तो तब हो गई जब उस थाली में निशान लगाने के लिए भी निर्देश दिया गया ताकि यह पता चले कि थाली को किसी दलित की बेटी ने स्पर्श किया है. शिक्षिका के इस बर्ताव से दुखी छात्रा ने कलेक्टर से मुलाकात कर लिखित में शिकायत की है. वहीं छात्रा ने विद्यालय से नाम कटाकर अन्य संस्था में पढ़ने की इच्छा जताई है.

दिए जांच के आदेश
इस संबंध में जिला कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि छात्रा द्वारा इस आशय पत्र पर जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए गए हैं. वहीं स्कूल के प्रधानपाठक ने आरोप लगाया कि शिक्षिका का रवैया ठीक नहीं है. वह एक दबंग महिला हैं, जिसके कारण हम लोग भी इसका विरोध नहीं कर सकते हैं.

सूरजपुर: एक ओर देश के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी सफाईकर्मी की पैर धोकर छुआछूत और ऊंच-नीच का भेदभाव खत्म करने का संदेश दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर जिले के एक स्कूल में एक शिक्षिका पर छुआछूत को बढ़ावा देने और दलित समुदाय की बच्ची को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है. शिक्षिका के बर्ताव से व्यथित छात्रा ने कलेक्टर से मामले की शिकायत की है.

पसला स्कूल.

कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं. दरअसल, जिले के ग्राम नेवरा की दलित समुदाय की पीड़ित छात्रा ग्राम पसला के पूर्व माध्यमिक शाला में कक्षा 8वीं में पढ़ती है. आरोप है कि 9 अप्रैल को मध्यान्ह भोजन के दौरान विद्यालय की कुछ शिक्षिकाओं ने छात्राओं से भोजन लाने के लिए कहा, तो उनमें से एक दलित छात्रा ने जब शिक्षिका सूरजमणि कुशवाहा को भोजन लाकर दी, तो वह नाराज हो गई और कहने लगी कि यह छात्रा तो हरिजन है. इसके हाथ का खाना नहीं खाऊंगी और यह कहते हुए थाली वापस भेज दी.

थाली में निशान लगाने के लिए निर्देश
हद तो तब हो गई जब उस थाली में निशान लगाने के लिए भी निर्देश दिया गया ताकि यह पता चले कि थाली को किसी दलित की बेटी ने स्पर्श किया है. शिक्षिका के इस बर्ताव से दुखी छात्रा ने कलेक्टर से मुलाकात कर लिखित में शिकायत की है. वहीं छात्रा ने विद्यालय से नाम कटाकर अन्य संस्था में पढ़ने की इच्छा जताई है.

दिए जांच के आदेश
इस संबंध में जिला कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि छात्रा द्वारा इस आशय पत्र पर जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए गए हैं. वहीं स्कूल के प्रधानपाठक ने आरोप लगाया कि शिक्षिका का रवैया ठीक नहीं है. वह एक दबंग महिला हैं, जिसके कारण हम लोग भी इसका विरोध नहीं कर सकते हैं.

Intro:छुआछूत दलित छात्रा के हाथ का खाना खाने से इंकार किया शिक्षिका ने कलेक्टर से की शिकायत


Body:सूरजपुर जहां एक ओऱ देश के प्रधानमंत्री स्वच्छता पैर धोकर छुआछूत और ऊंच नीच का भेदभाव खत्म करने का संदेश दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर जिले के एक स्कूल में शिक्षिका द्वारा छुआछूत को बढ़ावा देते हुए दलित समुदाय की बच्चियों को बेइज्जत और प्रताड़ित किया जा रहा है शिक्षिका के बर्ताव से व्यथित छात्रा ने जिला के कलेक्टर से इसकी शिकायत की दरअसल सूरजपुर जिले के ग्राम नेवरा की दलित समुदाय की बेटी ग्राम पसला के पूर्व माध्यमिक शाला में कक्षा आठवीं में अध्ययनरत है यहां 9 अप्रैल को जब मैं मध्यान भोजन के तहत आकाश था उच्च विद्यालय की कुछ शिक्षिकाओं ने छात्राओं से भोजन लाने के लिए कहा तो उनमें से एक दलित छात्रा ने जब यहां पदस्थ शिक्षिका सूरज मणि कुशवाहा को भोजन ला कर दिया तो वह नाराज हो गई कहने लगी कि यह छात्रा तो हरिजन है इसके हाथ का खाना नहीं खाऊंगी और यह करते हुए उसी थाली वापस भेज दी इतना ही नहीं उस थाली में निशान लगाने के लिए भी निर्देश दिया ताकि यह पता चले की इस थाली को किसी दलित समुदाय की बेटी ने स्पर्श कर दिया है शिक्षिका के इस बर्ताव से दुखी और व्यथित छात्रा ने जहां एक ओर कलेक्टर से मुलाकात कर लिखित आवेदन के माध्यम से पूरे घटना से अवगत कराया वहीं दूसरी ओर छात्रा ने उच्च विद्यालय से नाम कटा कर अन्य संस्था में पढ़ने की इच्छा जताई है गौरतलब है कि जिले मैं कुछ संस्थानों पर आज भी छुआछूत के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया देखने को मिल रहा है कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं इस संबंध में जिला कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि छात्रा के द्वारा इस आशय पत्र पर जिला शिक्षा अधिकारी को जांच की आदेश दे दी गई है वहीं स्कूल के प्रधाना पाठक ने कहां की इस शिक्षिका का रवैया ठीक नहीं है य आए दिन इस तरह की घटना कार्य करती है चुकी है एक दबंग महिला है जिसके कारण हम लोग भी इसका विरोध नहीं कर सकते हैं

बाईट - पीड़ित छात्रा
बाईट - प्रधान पाठक,,, पसला स्कूल


अख्तर अली ईटीवी भारत सूरजपुर


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