रायपुर: सितंबर महीने में रोहतक रेलवे स्टेशन के सुपरिटेंडेंट को मिले एक खत में जैश-ए-मोहम्मद ने 8 अक्टूबर यानी दशहरे के दिन दुर्ग रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. जिसके बाद 8 अक्टूबर को ETV भारत की टीम रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर रिएलिटी चेक करने पहुंची.
रिएलिटी चेक के दौरान हमारी टीम को रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में कई खामिया मिली. इस दौरान हमारी टीम ने देखा कि, रेलवे स्टेशन के अंदर जा रहे यात्रियों की किसी भी तरह की चैकिंग नहीं की जा रही थी. न ही उनके सामान की मैटल डिटेक्टर और स्कैनर के जरिए जांच की जा रही थी.
चैकिंग में की जा रही है लापरवाही
रेलवे स्टेशन में सुरक्षा बल तो मौजूद थे, लेकिन वो सामान की जांच किए बिना ही यात्रियों को रेलवे स्टेशन के अंदर जाने दे रहे थे. बता दें कि, आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की धमकी के बाद लगातार स्टेशनों पर पैनी नजर रखी जानी थी और मामले में हाई अलर्ट भी जारी किया गया था.
रायपुर रेलवे स्टेशन में अब एक ही गेट से अंदर और बाहर जाने के सिस्टम को कड़ाई से फॉलो किया जाने लगा है. इसके साथ ही प्लेटफार्म और आउटर एरिया की ड्रोन से निगरानी भी शुरू कर दी गई है. मिली धमकी के बाद सोमवार को सुबह से रात तक रेलवे सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दी गई थी.
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त्योहार में बढ़ जाता है खतरा
त्योहारों में ट्रेनों में लोगों की संख्या काफी बढ़ जाती है. लोग दुर्गा पूजा के मौके पर डोंगरगढ़ और मैहर दर्शन करने जाते हैं, इसके कारण दुर्ग और रायपुर जैसे स्टेशनों पर भीड़ ज्यादा रहती है. इसकी वजह से यहां आतंकी हमले का खतरा ज्यादा रहता है.