रायपुर: राजधानी रायपुर में बदमाशों ने अब ठगी का नया तरीका निकाला है. इस केस में आरोपियों ने चार व्यक्तियों को लाखों का लोन दिलाने के बहाने दस्तावेज लेकर उनके नाम पर 7 गाड़ियां फाइनेंस करा लिया. मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ितों को बैंक के किस्त पटाने के लिए बैंक से फोन आने शुरू हुए. तेलीबांधा पुलिस ने 2 आरोपियों में से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और दूसरे की तलाश की जा रही है.
तेलीबांधा थाना क्षेत्र के जोरा निवासी सूरज डहरिया ने तेलीबांधा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. उनका कहना है कि श्यामलाल निर्मलकर, योगेश्वरी निर्मलकर और गुलाब साहू को आरोपी पवन जयसवाल और आमोद पोद्दार ने एचडीएफसी बैंक से 5 लाख रुपए तक लोन दिलाने की बात कही थी. जिसके बाद आरोपियों ने उन सभी से आधार कार्ड, फोटो बैंक, पासबुक, खाली चेक बुक और पैन कार्ड ले लिए और उन्हें जनवरी 2021 तक लोन पास होने का झांसा दिया.
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बैंक से कॉल आया तब हुआ खुलासा
सितंबर 2020 में सूरज को बैंक से कॉल आया कि बैंक ने उन्हें एक बाइक और मोपेड फाइनेंस किया है. उसकी किस्त जमा की जाए, बैंक की बातों को सुनकर सूरज द्वारा आरोपियों से इस संबंध में बात की गई. आरोपियों ने किस्त जमा करने के लिए कहा, इसके बाद उन्हें लोन दिलाने का झांसा दिया.
पीड़ितों के नाम पर ठगों ने फाइनेंस कराई थी गाड़ी
पीड़ित सूरज को धोखाधड़ी की आशंका होने पर उसने श्याम निर्मलकर से इस विषय पर चर्चा की. तब इस बात का खुलासा हुआ कि आरोपियों ने श्याम के नाम से भी 3 बाइक, योगेश्वरी के नाम पर 1 बाइक और गुलाब साहू के नाम पर 1 मोपेड फाइनेंस करवाई है. तेलीबांधा पुलिस ने इस केस में आरोपियों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है.